Sandip Ghosh Molestation Case: आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर 2017 में हांगकांग में एक मेल नर्सिंग स्टूडेंट से छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया था. हालांकि, एक मजिस्ट्रेट की अदालत ने उन्हें मामले में बरी कर दिया.


साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, हांगकांग में 2017 में एक नर्सिंग छात्र ने आरोप लगाया था कि संदीप घोष ने चेंजिंग रूम में उसके नितंबों को थपथपाया और उसके जननांगों को छूने की कोशिश की. कोलकाता के कुछ डॉक्टरों ने इंडिया टुडे टीवी से पुष्टि की कि हांगकांग में नर्सिंग छात्र से छेड़छाड़ के लिए आरोपी संदीप घोष वही व्यक्ति है जो आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बलात्कार-हत्या के बाद अब सीबीआई की हिरासत में है.


हांगकांग की मेल नर्स अदालत में क्या दी थी गवाही?


2017 में साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने रिपोर्ट में बताया गया कि संदीप घोष एक एक्सचेंज प्रोग्राम में शामिल होने के लिए हांगकांग गए थे. 8 अप्रैल, 2017 को हांगकांग के कॉव्लून में क्वीन एलिजाबेथ अस्पताल में एक स्टूडेंट नर्स ने संदीप घोष पर अभद्र हमला करने का आरोप लगाया. हांगकांग स्थित न्यूज पेपर के मुताबिक, नर्स ने गवाही दी कि घोष ने अनुचित शारीरिक संपर्क बनाने के बाद उससे पूछा, "क्या तुम्हें यह पसंद है?"


रिपोर्ट में कहा गया है कि उस समय घोष अस्पताल में क्लिनिकल अटैचमेंट प्रोग्राम के तहत हांगकांग में थे. बंगाली समाचार पोर्टल ई समय की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उस समय वे मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज के ऑर्थोपेडिक विभाग के मुख्य चिकित्सक थे. 2018 में संदीप घोष को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का प्रिंसिपल बनाया गया था.


अदालत में संदीप घोष ने क्या कहा?


संदीप घोष ने आरोपों से इनकार किया और अदालत में खुद को निर्दोष बताया. उन्होंने दावा किया कि यह घटना एक गलतफहमी थी. घोष के मुताबिक, वह नर्स की बांह खींचकर कंधे की हड्डी को ठीक करने का तरीका दिखाने की कोशिश कर रहे थे और गलती से नर्स के कूल्हे को छू लिया. उन्होंने कहा कि उनके उच्चारण के कारण उनके शब्दों का गलत अर्थ निकाला गया और उन्होंने कहा, "इसे ऐसे करो" न कि "क्या तुम्हें यह पसंद है?"


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