नई दिल्ली: राहुल गांधी, राफेल डील पर सरकार को घेर रहे हैं तो अब बीजेपी राफेल के जवाब में रॉबर्ट वाड्रा को ले आयी है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि हथियार दलाल संजय भंडारी ने पिलाटस एयरक्राफ्ट डील के बदले राहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा को लंदन में 19 करोड़ का बंगला दिलाया. स्विस एयरक्राफ्ट कंपनी पिलाटस से डील यूपीए सरकार के वक्त 2012 में हुई थी, बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस राफेल सौदे को भी संजय भंडारी की कंपनी OIS को दिलाना चाहती थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका.


कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने मंगलवार को कहा कि राहुल गांधी के जीजाजी रॉबर्ट वाड्रा और बिचौलिए व हथियार विक्रेता संजय भंडारी के बीच सांठगांठ की वजह से 2012 में राफेल सौदा रद्द हुआ था. बीजेपी नेता संबित पात्रा ने यहां मीडिया से कहा, "वाड्रा से निकट संबंध रखने वाले भंडारी ने 2008 में ऑफसेट इंडिया सोल्यूशन (ओआईएस) कंपनी बनाई और उसने राफॉट के साथ संयुक्त उपक्रम गठित किया. उसने पीछे के दरवाजे से राफेल विमान के ऑफसेट क्लॉज में प्रवेश करने का प्रयास किया."

उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन सरकार ने फ्रांस की कंपनी दसॉ एविएशन पर भंडारी की कंपनी को काम देने का दबाव बनाया. उन्होंने कहा, "लेकिन जब दसॉ ने ओआईएस के आधारभूत संरचना की जांच की तो पाया कि उसके पास जरूरी मापदंड नहीं है. यह भी पाया गया कि भंडारी का संपर्क वाड्रा से है. इसलिए दसॉ पीछे हट गई और स्पष्ट किया कि वह आईओएस से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करना चाहता."



पात्रा ने आरोप लगाया, "यही कारण है कि राफेल सौदा कई वर्षों की बातचीत के बाद भी रद्द कर दिया गया, क्योंकि वाड्रा को इस सौदे से कोई कमीशन नहीं मिल रहा था."

पात्रा ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रीय सुरक्षा और भारतीय वायुसेना की क्षमता के साथ खिलवाड़ किया है. उन्होंने कहा, "जब बीजेपी सरकार 2014 में सत्ता में आई, भंडारी के विरुद्ध जांच शुरू किया हुई. 2016 में भंडारी के 18 परिसरों पर छापे मारे गए, जहां से कई गोपनीय दस्तावेज जब्त किए गए."

उन्होंने कहा कि भंडारी की कंपनी को भारत सरकार ने काली सूची में भी डाल दिया. वाड्रा और भंडारी के बीच संबंध के बारे में बीजेपी नेता ने कहा कि 2016 में छापे के दौरान वाड्रा व भंडारी, वाड्रा के निकट सहयोगी मनोज अरोड़ा और भंडारी के रिश्तेदार सुमित चड्ढा के बीच ईमेल आदान-प्रदान का पता चला.

पात्रा ने कहा, "एक ईमेल से पता चला कि भंडारी के रिश्तेदार चड्ढा ने वाड्रा को लंदन में एक फ्लैट के लिए 19 करोड़ रुपये दिए." उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भंडारी की कंपनी ने 2012 में वाड्रा की हवाई यात्राओं के लिए भी भुगतान किए थे.