नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संकट के बीच आज आईएएस अधिकारी संजय कोठारी ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) के रूप में शपथ ले ली है. राष्ट्रपति भवन में आज सुबह 10.30 बजे आयोजित एक समारोह में संजय कोठारी का शपथ ग्रहण समारोह हुआ. इस दौरान तमाम अधिकारी और सहायक सामाजिक दूरी का पालन करने के साथ-साथ मास्क लगाए नज़र आए.


1978 बैच के आईएएस अधिकारी हैं कोठारी


हरियाणा कैडर के 1978 बैच के आईएएस अधिकारी कोठारी कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के सचिव पद से जून 2016 में सेवानिवृत्त हुए थे. उन्हें नवंबर 2016 में लोक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) का प्रमुख नियुक्त किया गया था. कोठारी को जुलाई 2017 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सचिव पद पर नामित किया गया था.






पीएम मोदी के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय चयन समिति ने फरवरी में कोठारी के नाम की अनुशंसा की थी. उस समय कांग्रेस ने इसका विरोध करते हुए केंद्रीय सतर्कता आयुक्त की नियुक्ति के लिए अपनाई प्रक्रिया को ‘‘गैरकानूनी और असंवैधानिक’’ बताया था और फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग की थी.


कोठारी की नियुक्ति से सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस के बीच अब वाकयुद्ध बढ़ सकता है. उनकी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए फरवरी में कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त की नियुक्ति के लिए फिर से आवेदन आमंत्रित करते हुए नए सिरे से प्रक्रिया शुरू करने की मांग की थी.


क्या है सीवीसी?


सीवीसी स्वायत्त स्थिति के साथ भ्रष्टाचार नियंत्रण संस्था है. यह किसी भी कार्यकारी प्राधिकरण के नियंत्रण से मुक्त है. इसके पास केंद्र सरकार की सभी सतर्कता गतिविधियों की निगरानी की जिम्मेदारी भी है.  केंद्रीय सतर्कता आयुक्त की नियुक्ति राष्ट्रपति एक चयन समिति की सिफारिश पर करते हैं, जिसके अध्यक्ष प्रधानमंत्री, गृह मंत्री हैं और लोकसभा में विपक्ष के नेता इसके सदस्य होते हैं. सीवीसी प्रमुख का कार्यकाल चार साल का या इसके मौजूदा प्रमुख की 65 साल की आयु होने तक का होता है.


सीवीसी में केंद्रीय सतर्कता आयुक्त और दो सतर्कता आयुक्त हो सकते हैं. वर्तमान में सतर्कता आयुक्त शरद कुमार अंतरिम केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के तौर पर काम कर रहे हैं. कोठारी की नियुक्ति के बाद भी आयोग में सतर्कता आयुक्त का एक पद खाली है.


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