जयपुर: जयपुर के जयगढ़ किले में फिल्म पद्मावती की शूटिंग के दौरान आज निर्माता संजय लीला भंसाली से मारपीट की गई है. करनी सेना के कार्यकर्ताओं ने आज शूटिंग में तोड़फोड़ भी की. संगठन का आरोप है कि भंसाली की फिल्म पद्मावती में इतिहास से जुड़े तथ्यों से छेड़छाड़ की जा रही है. वहीं, पुलिस को अभी तक फिल्म टीम की तरफ से कोई शिकायत नहीं मिली है. इसलिए कोई केस दर्ज नहीं हुआ है और ना ही कोई गिरफ्तारी.


2015 में रिलीज बाजीराव मस्तानी के लिए भंसाली कई अवॉर्ड पा चुके हैं. अब भंसाली ने एक बार फिर इतिहास के पन्नों से एक कहानी को पर्दे पर उतारने की शुरुआत की और हंगामा मच गया.


जयगढ़ किले में चल रही थी फिल्म की शूटिंग


बताया जा रहा है कि जयपुर के जयगढ़ किले में फिल्म की शूटिंग चल रही थी. शांति से कुर्सी पर बैठे हैं संजय लीला भंसाली के सामने आकर करणी सेना के कार्यकर्ता चिल्लाने लगे और सिक्योरिटी गार्ड के बीच में भंसाली पर हमला हो गया.



इसके बाद विरोध कर रहे लोग शूटिंग का सामान उठाकर इधर-उधर फेंकने लगे. जो मिला उसे लेकर तोड़ने लगे. आधे घंटे तक ये हंगामा चलता रहा और जब पुलिस आई तो विरोध कर रहे लोगों को हिरासत में ले लिया.


फिल्म में आपत्तिजनक सीन डालने से करणी सेना नाराज़


करणी सेना का आरोप है कि संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म पद्मावती में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच एक बेहद आपत्तिजनक सीन डाला है. इस सीन में अलाउद्दीन खिलजी एक सपना देखता है जिसमें वो रानी पद्मावती के साथ है.


करणी सेना का दावा है कि वास्तव में खिलजी और पद्मावती ने कभी एक दूसरे को आमने सामने देखा तक नहीं और इतिहास की किसी किताब में भी इस तरह के किसी सपने का कोई जिक्र नहीं है. ये पूरी तरह संजय लीला भंसाली के दिमाग की उपज है.


हालांकि इतिहासकार इरफान हबीब के मुताबिक पद्मावती का किरदार ही काल्पनिक है.


करणीसेना खुद को राजपूतों के हितों का रक्षक बताती है. राजस्थान में काम करती है. करणी सेना का दावा है कि रानी पद्मावती राजपूत थीं और उनकी छवि फिल्म में गलत तरीके से दिखायी गयी इसलिए उसने प्रदर्शन किया.