Sanjay Raut: चुनाव आयोग को लेकर संजय राउत ने बड़ी बात कही है. राउत ने कहा कि देश का लोकतंत्र आज चुनाव आयोग के हाथ में है. चुनाव आयोग को किसी का गुलाम बनकर काम नहीं करना चाहिए. उन्होंने चुनाव आयुक्त अरुण गोयल की नियुक्ति के संबंध में मचे विवाद पर कहा कि अगर सरकार ही चुनाव आयोग में मनमर्जी की नियुक्ति करती हो तो लोकतंत्र नहीं बचेगा.
संजय राउत ने आरोप लगाया कि अगर चुनाव आयोग तटस्थ होता तो हमारी पार्टी शिवसेना का नाम और उसका चुनाव चिन्ह छीना नहीं जाता. देश की सभी संस्थाएं आज दबाव में काम कर रही हैं. हम जो कहते रहे हैं उसपर सुप्रीम कोर्ट ने भी मुहर लगाई है. उन्होंने सवाल पूछा कि ऐसा क्यों है कि कोई भी चुनाव आयुक्त अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पा रहा.
टीएन शेषन जैसा आयुक्त फिर नहीं मिला
संजय राउत ने कहा कि इस देश को टीएन शेषन के बाद उनके जैसा चुनाव आयुक्त अभी तक नहीं मिला है. इस वजह से उनके रिटायर होने के बाद जब टीएन शेषन ने राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ा था तो शिवसेना ने उन्हें वोट भी दिया था. देश को टीएन शेषन जैसे ही तटस्थ चुनाव आयुक्त की फिर से जरूरत है, जिससे देश में लोकतंत्र जीवित रह सके.
बता दें कि चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार आमने-सामने हैं. कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए पूछा कि आखिर ऐसी कौन सी वजह थी कि बिजली की गति से चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पर मुहर लगाई गई. कोर्ट ने केंद्र सरकार से नियुक्ति से संबंधित फाइल मांगी, जिसे केंद्र सरकार ने सौंप दिया है.
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