नई दिल्ली: यूपी-महाराष्ट्र की तीन लोकसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर सीधे चुनाव आयोग पर सवाल उठ रहे हैं. दो दिन पहले तीनों सीटों पर वोटिंग के दौरान कई जगह ईवीएम खराब हो गईं. चुनाव आयोग ने वजह गर्मी को वजह बताया. ईवीएम खराब होने की वजह से आज कैराना के 73 और भंडारा गोंदिया के 49 बूथों पर दोबारा वोटिंग हुई.


इस बीच शिवसेना संजय राउत ने चुनाव को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर नए विवाद को जन्म दे दिया है. संजय राउत ने चुनाव आयोग की तुलना सवायफ से कर दी है. संजय राउत ने कहा, ''हमारे लोगों ने पालघर उपचुनाव में बीजेपी के लोगों को रंगे हाथ नोट बांटते पकड़ा था लेकिन चुनाव आयोग ने कोई ऐक्शन नहीं लिया. अगर चुनाव आयोग ऐसा ही पूरे देश में कर रहा है तो इसका मतलब यह है कि वह एक राजनीतिक पार्टी के 'तवायफ' की तरह काम कर रहा है.'





संजय राउत के बयान से पहले शिवसेना के मुखपत्र सामना में भी चुनाव आयोग पर तल्ख टिप्पणी की गई थी. शिवसेना उपचुनाव को लेकर इसलिए भी आक्रामक है क्योंकि पालघर में उपचुनाव में उसके सामने बीजेपी है. कल यानी 31 मई को पालघर और कैराना समेत 4 लोकसभा उपचुनाव के नतीजे आएंगे. विधानसभा की दस सीटों पर उपचुनाव के नतीजे आऩे हैं.


पालघर का चुनावी गणित कैसा है?
बीजेपी सांसद चिंतामण बनगा के निधन के बाद ये सीट खाली हुई है. पालघर लोकसभा सीट पर चौतरफा जंग है. शिवसेना ने यहां से दिवंगत बीजेपी सांसद चिंतामण बनगा के बेटे को ही मैदान से उतारा है.


महाराष्ट्र: पालघर में चौतरफा मुकाबला, शिवसेना बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज


बीजेपी ने राजेंद्र गावित पर दांव खेला है जो पहले कांग्रेस में थे. कांग्रेस ने पांच बार सांसद रहे दामू शिंगडा को मैदान में उतारा है. चौथा उम्मीदवार बहुजन विकास अघाड़ी के बलराम जाधव हैं. उम्मीदवार चार हैं लेकिन असली लड़ाई बीजेपी और शिवसेना के बीच ही है. 28 मई को चुनाव होने हैं. 31 मई को नतीजे आएंगे तब पता चलेगा कि जंग कौन जीतेगा.