Sanjay Raut On Rahul Gandhi: राहुल गांधी के वीर सावरकर पर दिए बयान के बाद से महाराष्ट्र की सियासत (Maharashtra Politics) में काफी कुछ बदल गया. राहुल गांधी ने उद्धव गुट के नेता संजय राउत को फोन किया और उनसे उनकी तबियत के बारे में पूछा. यह जानकारी संजय राउत ने खुद ट्वीट कर दी. राउत ने सोमवार को ट्वीट में बताया कि राहुल गांधी ने उन्हें फोन किया और उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा.


संजय राउत (Sanjay Raut) ने ट्वीट में लिखा, "राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त होने के बावजूद मुझे रात में फोन किया. उन्होंने मेरे स्वास्थ्य के बारे में पूछा, कहा 'हमें आपकी चिंता थी'..." संजय राउत ने मराठी में एक ट्वीट कर यह जानकारी दी. इसके बाद उन्होंने अंग्रेजी में एक लंबा पोस्ट लिखा और विस्तार से अपनी बात को साझा किया.


संजय राउत ने कहा, ''कुछ मुद्दों पर मजबूत मतभेद के बावजूद अपने राजनीतिक सहयोगी से बात करना मानवता की निशानी है...राजनीतिक कटुता के दौर में ऐसे इशारे दुर्लभ होते जा रहे हैं...राहुल जी अपनी यात्रा में प्रेम और करुणा पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और इसलिए उन्होंने बड़े पैमाने पर प्रतिक्रिया मिल रही है."






राहुल के बयान पर मचा बवाल


पिछले हफ्ते राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा के लिए महाराष्ट्र में थे. तब उन्होंने अंग्रेजों से "माफी" मांगने के लिए वीर सावरकर की आलोचना की थी. उन्होंने उन पर अंग्रेजों से अपील करके महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल जैसे नेताओं को धोखा देने का भी आरोप लगाया. राहुल के इस कमेंट के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया, क्योंकि उनकी सहयोगी पार्टी के नेता उनकी टिप्पणी से इत्तेफाक नहीं रखते हैं. 


शिवसेना के नेता नाराज


पहले उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी सावरकर के लिए 'बेहद सम्मान' रखती है. वहीं संजय राउत ने कहा था, "सावरकर का मुद्दा हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हम उनकी विचारधारा में विश्वास करते हैं...उन्हें (कांग्रेस को) इस मुद्दे को नहीं उठाना चाहिए था." पार्टी के एक और नेता ने एक कदम आगे बढ़कर स्पष्ट चेतावनी जारी की. शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने शुक्रवार को कहा, "संजय राउत ने एक बयान दिया है जिसमें कहा गया है कि हम एमवीए (महा विकास अघाड़ी गठबंधन) में बने नहीं रह सकते हैं...यह पार्टी की ओर से एक गंभीर प्रतिक्रिया है."


जयराम रमेश ने किया डैमेज कंट्रोल!


राहुल गांधी के बयान के बाद शुरू हुए विवाद को कम करने के लिए कांग्रेस नेता जयराम रमेश सामने आए. जयराम रमेश ने कहा था कि राहुल गांधी केवल ऐतिहासिक तथ्य बता रहे थे. उन्होंने कहा, "मैंने संजय राउत से बात की...हम असहमत होने के लिए सहमत हैं. उन्होंने इस धारणा का खंडन किया कि यह महा विकास अघाड़ी को कमजोर करेगा. यह किसी भी तरह से एमवीए को प्रभावित नहीं करेगा."


ये भी पढ़ें- MCD Election 2022: BSP और AIMIM की एमसीडी के लिए क्या है 'मास्टरप्लान', यहां जानिए