Maharashtra: मैंने आत्मा, ज़मीर मरने की बात की थी... अपने बयान पर संजय राउत ने दी सफाई, शिंदे गुट का पलटवार
एकनाथ शंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने संजय राउत पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बाला साहेब अगर होते तो राउत को पार्टी से निकाल बाहर करते. उन्होंने सवाल किया कि आखिर क्यों शिवसेना के विधायकों पर हमले किए जा रहे हैं.
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने अपने पुराने विवादित बयान पर सफाई दी और कहा कि उन्होंने आत्मा और जमीर मरने की बात कही थी. सोमवार की सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए शिवसेना के राज्यसभा सांसद ने कहा कि पार्टी से भागने वाले का ज़मीर मर गया है. इससे पहले, संजय राउत ने आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा था कि गुवाहाटी से 40 विधायकों की बॉडी मुंबई आएगी. इसके बाद अब सफाई दी कि उन्होंने ये कहा है कि जो 40 विधायक गुवाहाटी में उनकी आत्मा मर चुकी है, वो जिंदा लाश की तरह हैं.
संजय राउत का बागी नेताओं पर हमला
शिवसेना नेता राउत ने कहा कि अभी हमने गुलाब राव पाटिल का वीडियो TWEET किया है. गुलाब राव पाटिल ने अपना बाप बदला. पार्टी से भागने वाले का जमीर मरा गया है. हमलोग कभी अपना बाप नहीं बदलते है. राउत ने आगे कहा कि आपके पास 50 एमएलए की ताकत है तो आप गुवाहटी में क्यों बैठे हो. आप ताकत दिखाओ. मैने किसी के भावना को ठेस नहीं पहुचाई. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पीडिपी के साथ सरकार चलाई है. जो लोग 40 साल पार्टी में रहते है और कहीं चले जाते है, तो समझिए वह जिंदा लाश है.
I tweeted a video of speech of Gulabrao Patil where he is talking about those who change their fathers. My tweet is for people sitting in Guwahati. Patil said in his speech "People eat, drink and enjoy with the party and then change their father, we aren't like them: Sanjay Raut pic.twitter.com/iOxYRuoc6F
— ANI (@ANI) June 27, 2022
शिंदे गुट का राउत पर पलटवार
इधर, एकनाथ शंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने संजय राउत पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बाला साहेब अगर होते तो राउत को पार्टी से निकाल बाहर करते. उन्होंने सवाल किया कि आखिर क्यों शिवसेना के विधायकों पर हमले किए जा रहे हैं. केसकर ने कहा कि संजय राउत को मुर्दों का समर्थन क्यों चाहिए? उन्होंने कहा कि हम आज भी शिवसेना के साथ है और उद्धव ठाकरे को नेता मानते हैं. लेकिन जब बात नहीं मानी जाती है तो हेड ऑफ फैमिली परिवार के सदस्य रूठ जाते हैं. केसरकर ने कहा कि हमारे बलबूते ही विधायक राज्यसभा पहुंचे हैं. हमारा नहीं बल्कि संजय राउत का जमीर मर चुका है.
‘सामना’ के जरिए शिवसेना का हमला
इधर, शिवसेना ने मुखपत्र सामना के जरिए जोरदार हमला बोला है और बीजेपी के ऊपर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया है. सामना में कहा गया है कि वडोदरा में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस और बागी नेता एकनाथ शिंदे की एक गुप्त मीटिंग हुई जिसमें गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल थे. इस मीटिंग के तुरंत बाद ही बागी विधायकों को केंद्र सरकार ने वाई प्लस की सुरक्षा प्रदान कर दी. 'सामना' में लिखा गया कि केंद्र को लगता है कि ये विधायक मतलब मानो लोकतंत्र, आजादी के रखवाले हैं, इसलिए उनके बालों को भी नुकसान नहीं पहुंचने देंगे. असल में ये लोग 50-50 करोड़ रुपयों में बेचे गए बैल अथवा ‘बिग बुल’ हैं.
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