फोन टैपिंग मामले में संजय राउत को समन, बयान दर्ज करवाने पहुचेंगे कोलाबा पुलिस स्टेशन
कथित अवैध फोन टैपिंग तब हुई थी जब शुक्ला राज्य खुफिया विभाग (एसआईडी) की प्रमुख थी. शिकायत के अनुसार. खडसे का फोन 2019 में कथित तौर पर दो बार टैप किया गया था.
Phone Tapping Case: गोवा विधानसभा चुनाव में फोन टैपिंग का आरोप लगाने वाले शिवसेना नेता संजय राउत आज पुलिस के सामने पेश हो सकते हैं. राउत का भी कथित तौर से फ़ोन टैप हुआ था. दरअसल मुंबई के कोलाबा पुलिस स्टेशन ने संजय राउत को समन जारी किया है. जिसके तहत संजय राउत को अब पुलिस के सामने पेश होना होगा और अपना बयान दर्ज करवाना होगा.
मुंबई की क़ुलाबा पुलिस जो की वरिष्ठ IPS अधिकारी रश्मि शुक्ला के ख़िलाफ़ दर्ज कथित फ़ोन टैपिंग मामले की जांच कर रही है अब शिवसेना सांसद संजय राउत का बयान दर्ज करना चाहती है. आरोप है कि शुक्ला जब SID की चीफ़ थी तब उनका भी फ़ोन टैप हुआ था. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया की राउत इस मामले में विक्टिम हैं और उनका बयान दर्ज कर इस मामले को थोड़ा समझना चाहती है मुंबई पुलिस इसी वजह से उन्हें उनका बयान दर्ज करवाने के लिए बुलाया गया है.
कल क़ुलाबा पुलिस ने NCP के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे का बयान दर्ज किया, सूत्रों ने बताया की खडसे की पूछताछ में पता चला है की, शुक्ला ने सिर्फ़ खडसे का ही फ़ोन टैप नही किया बल्कि उनके असिस्टेंट और उनके क़रीबियों में से एक कार्यकर्ता का भी फ़ोन टैप कराया था. एक अधिकारी ने बताया की कई बार बड़े नेता व्यस्त होते हैं तब ऐसी स्थिति में उनके असिस्टेंट को लोग फ़ोन करते हैं. पुलिस को शक है की इन दोनो के फ़ोन टैप कर इनके बिच क्या बातचीत हो रही है इसे जानने की कोशिश की गई थी.
जिस तरह के आरोप हैं उसके मुताबिक़ महा विकास अघाडी (MVA) की सरकार बनाने से पहले राउत और खडसे का दो दो बार फ़ोन टैप किया गया है इसी बात की जांच क़ुलाबा पुलिस कर रही है. इसी मामले की जांच के दौरान पुलिस में रश्मि शुक्ला का बयान दो बार दर्ज किया है. जांच अधिकारियों का आरोप है कि शुक्ला जांच में सहयोग नही कर रही थी और आवश्यकता लगने पर उन्हें फिर से उनका बयान दर्ज करवाने के लिए बुलाया जा सकता है.
इसके पहले गुरुवार को एनसीपी के नेता एकनाथ खडसे का बयान दर्ज किया गया था. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी की शिकायत पर शुक्ला के खिलाफ मार्च में कोलाबा थाने में भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि शुक्ला ने पूर्व भाजपा नेता खडसे और शिवसेना सांसद संजय राउत के नम्बरों को निगरानी सूची में डाला था.
खडसे का फोन 2019 में कथित तौर पर दो बार टैप
पुलिस ने कहा था कि कथित अवैध फोन टैपिंग तब हुई थी जब शुक्ला राज्य खुफिया विभाग (एसआईडी) की प्रमुख थी. शिकायत के अनुसार. खडसे का फोन 2019 में कथित तौर पर दो बार टैप किया गया था. जब वह भाजपा के साथ थे. वह अक्टूबर 2020 में राकांपा में शामिल हुए थे.
शिकायत के आधार पर शुक्ला के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस अधिकार ने कहा कि खडसे के अलावा. शिवसेना नेता संजय राउत का फोन भी महा विकास अघाडी (एमवीए) सरकार के गठन के दौरान (नवंबर 2019 में) टैप किया गया था. उन्होंने बताया कि अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (विशेष शाखा) द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर शुक्ला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
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