मुंबई: लीलावती अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद शिवसेना के नेता संजय राउत ने आज एक बार फिर बीजेपी पर जोरदार हमला बोला. इस बार उनके निशाने पर गृहमंत्री अमित शाह थे. संजय राऊत ने अमित शाह पर आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव से पहले बंद कमरे में शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे और बीजेपी सुप्रीमो अमित शाह के बीच बैठक हुई थी. इस बैठक में हुई डील के बारे में गृहमंत्री ने प्रधानमंत्री को सही से पूरी बात बताई नहीं. शिवसेना को प्रधानमंत्री से दूर रखने का काम किया जिसके कारण बात इतनी ज्यादा बिगड़ गई कि शिवसेना को भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़ना पड़ गया.


अमित शाह के कल के दिए बयान पर भी संजय राउत ने सवाल खड़े किए. संजय रावत ने पूछा कि जब उद्धव ठाकरे रैलियों में कहते थे कि मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा तब अमित शाह ने कुछ क्यों नहीं कहा? लोकसभा चुनाव में फायदे के लिए कुछ नहीं बोला और विधानसभा चुनाव के बाद बोला? संजय राउत ने निशाने पर लेते हुए कहा कि नैतिकता नहीं है इसीलिए यह सब हुआ.


संजय राउत ने कहा कि अमित शाह और उद्धव ठाकरे के बीच बाला साहेब के कमरे में डील हुई थी. संजय राउत ने कहा कि वह कमरा शिवसेना के लिए मंदिर से कम नहीं है. वह कमरा बालासाहेब ठाकरे का है जिसमें देश दुनिया के तमाम बड़े नेता आते थे. उस कमरे में जो बात हुई शिवसेना उस बात को झूठा नहीं कह सकते. उसी कमरे से बालासाहेब ठाकरे प्रधानमंत्री मोदी को भी आशीर्वाद देते थे. बीजेपी के बड़े नेताओं को भी आशीर्वाद देते थे तो भला शिवसेना के नेता बाला साहब की कसम खाकर झूठ कैसे बोल सकते हैं.


बता दें कि फिलहाल महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा है है. शिवसेना कांग्रेस एनसीपी के बीच सरकार बनाने के लिए बातचीत जारी है.कल रात उद्धव ठाकरे अपने घर मातोश्री के बैक डोर से कांग्रेस के बड़े नेता अहमद पटेल से मिलने के लिए चोरी छुपे पहुंचे. आज भी दिन में कांग्रेस के नेताओं से मिलने के लिए घर के नजदीक एक होटल पर पहुंचे हैं.


उद्धव ठाकरे बार-बार यह बात दोहराते रहे हैं कि उन्होंने अपने पिता बालासाहेब ठाकरे को वादा किया था कि वो एक दिन शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाएंगे. इसी वादे को उन्होंने बीजेपी को भी बताया था और बीजेपी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर शिवसेना ने बीजेपी से बगावत कर डाली और अब एनसीपी और कांग्रेस के संग मिलकर सरकार बनाने की कोशिश कर रही है.