शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा- गठबंधन में या अकेले पुणे निगम चुनाव लड़ने के लिए तैयार
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी पुणे में अगले साल नगर निगम का चुनाव अपने बलबूते या महाराष्ट्र विकास आघाड़ी गठबंधन (एमवीए) के तहत लड़ेगी.
पुणे: शिवसेना नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी पुणे में अगले साल नगर निगम का चुनाव अपने बलबूते या महाराष्ट्र विकास आघाड़ी गठबंधन (एमवीए) के तहत लड़ेगी.
राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की लोकप्रियता से पार्टी को चुनाव जीतने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि शिवसेना अकेले या एमवीए गठबंधन के तहत नगर निगम का चुनाव लड़ने के लिए दोनों विकल्पों को खंगाल रही है. एमवीए गठबंधन में राकांपा और कांग्रेस भागीदार है.
शिवसेना 162 सीटों में कम से कम 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी- राउत
राउत ने कहा, ‘‘हम दोनों संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं. पार्टी दोनों विकल्पों के लिए पूरी तरह तैयार है.’’ उन्होंने कहा कि गठबंधन में चुनाव लड़ने पर भी शिवसेना (162 सीटों में) कम से कम 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. मुंबई निगम चुनाव के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि शिवसेना को उम्मीद है कि महाराष्ट्र में सभी स्थानीय चुनावों में एमवीए गठबंधन जारी रहने की संभावना है.
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने बयान दिया था कि उनकी पार्टी मुंबई चुनाव में सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने को तैयार है. इस बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि वह उन्हें शुभकामनाएं देते हैं. शिवसेना नेता ने कहा, ‘‘उन्होंने (कांग्रेस) पश्चिम बंगाल में ऐसा किया.
पार्टी लोगों तक पहुंचने के लिए काम कर रही है- राउत
अगर कांग्रेस अपने बलबूते केंद्र में सत्ता में आती है तो इससे ज्यादा ऐतिहासिक कुछ नहीं होगा.’’ शिवसेना नेता ने कहा कि अगर कांग्रेस अपने दम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी को हराने की क्षमता रखती है, तो शिवसेना उसके साथ खड़ी होगी. पूर्व में पुणे नगर निगम चुनाव में शिवसेना के खराब प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि पार्टी अपना जनाधार मजबूत करने और लोगों तक पहुंचने के लिए काम कर रही है.
खेड में पंचायत समिति के अध्यक्ष के चुनाव को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ गतिरोध को लेकर पूछे जाने पर राउत ने कहा कि शिवेसना के सदस्यों को तोड़ने और शिवसेना के अध्यक्ष भगवान पोखरकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना पार्टी के साथ नाइंसाफी है.
उन्होंने कहा कि जब राज्य स्तर पर तीनों दल साथ मिलकर काम कर रहे हैं तो ऐसी घटनाओं से कटुता बढ़ती है. राउत ने आरोप लगाया कि इस मामले में खेड के राकांपा विधायक दिलीप मोहिते पाटिल का हाथ है. उन्होंने राकांपा के प्रदेश प्रमुख जयंत पाटिल से मामले पर गौर करने का अनुरोध किया.
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