केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान का दावा: अगर कृषि क़ानूनों के चलते किसी भी किसान की जमीन छीनी तो दे दूंगा इस्तीफा
पश्चिमी उत्तर प्रदेश का मुजफ्फरनगर जिला किसान आंदोलन और उससे जुड़ी राजनीति का केंद्र बिंदु बन चुका है. आंदोलन के बहाने यहां जाट वोटों को अपनी तरफ़ करने की कोशिशें भी चल रही हैं. इसी को देखते हुए संजीव बालियान ने कहा है कि अगर कृषि क़ानूनों के चलते किसी भी किसान की जमीन छीनी तो वह इस्तीफा दे देंगे.
केंद्रीय मंत्री और मुजफ्फरनगर से सांसद संजीव बालियान ने कृषि क़ानूनों को लेकर आज एक बड़ा बयान दिया है. बालियान ने कहा कि अगर नए कृषि क़ानूनों के चलते किसी उद्योगपति के हाथों किसी भी किसान की ज़मीन छीनी जाती है तो वो सबसे पहले अपने पद से इस्तीफ़ा दे देंगे. संजीव बालियान ने ये बयान उन आरोपों के जवाब में दिया जिसमें आंदोलन कर रहे किसान नेता और विपक्षी पार्टियां कृषि क़ानूनों के चलते किसानों की ज़मीन छीने जाने की आशंका जता रहे हैं. बालियान ने कहा कि किसान नेताओं और विपक्षी पार्टियों की ओर से इस बारे में बार बार भ्रम फ़ैलाने की कोशिश की जा रही है.
संजीव बालियान मुजफ्फरनगर में हिन्द मज़दूर किसान संगठन की ओर से आयोजित एक किसान मज़दूर सम्मेलन में बोल रहे थे. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बालियान ने कहा कि वो गांव गांव घूम घूमकर किसानों को कृषि क़ानूनों के बारे में बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह और महेंद्र सिंह टिकैत जैसे किसान नेताओं ने भी किसानों को अपनी फ़सल कहीं भी बेचने की आज़ादी देने की मांग की थी जिसे मोदी सरकार ने पूरा किया है.
किसान आंदोलन का केंद्र बन चुका है मुजफ्फरनगर
मुजफ्फरनगर ज़िला किसान आंदोलन और उससे जुड़ी राजनीति का केंद्र बिंदु बन चुका है. आंदोलन के बहाने यहां जाट वोटों को अपनी तरफ़ करने की कोशिशें भी चल रही हैं. इसके चलते किसान नेता राकेश टिकैत के साथ साथ राष्ट्रीय लोकदल के अजित सिंह और संजीव बालियान आमने सामने हो गए हैं. कुछ दिनों पहले एक गांव में पहुंचे बालियान का विरोध भी हुआ था जिसे लेकर काफ़ी बवाल भी हुआ था.
भाषण देते हुए संजीव बालियान ने कहा कि किसानों के असली मुद्दों पर बात होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वो गन्ना की क़ीमत बढ़ाने और बिजली की दर कम करने के हिमायती हैं और इस बारे में किसानों की परेशानियों को सरकार के सामने रखते रहते हैं. दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को 100 दिन पूरे हो चुके हैं और बालियान ने किसानों से अपना आंदोलन वापस लेने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि किसानों ने मोदी सरकार को बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है और मोदी सरकार उनकी सारी समस्याओं का हल खोजने की कोशिश कर रही है.