Kanwar Yatra: UCC के समर्थन में कांवड़ यात्रा निकाल रहे हैं केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, कहा- फीडबैक जरूरी
Kanwar Yatra News: केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान हरिद्वार से मुजफ्फरनगर तक पैदल कांवड़ यात्रा पर निकले हैं. वह अपनी यात्रा के दौरान वो यूसीसी के समर्थन में लोगों से बात भी कर रहे हैं.
Kanwar Yatra: केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान (Sanjeev Balyan) हरिद्वार से कांवड़ लेकर आ रहे हैं. वह मंगलवार (11 जुलाई) को हरिद्वार पहुंचे थे. उन्होंने वीआईपी घाट पर गंगा में डुबकी भी लगाई और अब वह वापस मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के लिए रवाना हो गए हैं.
संजीव बालयान की इस कांवड़ यात्रा का उद्देश्य यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) के समर्थन में लोगों को जागरूक करना और यूसीसी का प्रचार-प्रसार करना है. वह देशवासियों की सुख शांति और समृद्धि के लिए कामना करते हुए गंगाजल लेकर आ रहे हैं. वह 14 जुलाई को मुजफ्फरनगर में भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे.
बता दें कि, कांवड़ यात्रा का दूसरा दिन है. बीते दिन सुबह 10 बजे बालियान और उनके समर्थकों ने गंगाजल लेकर मुजफ्फरनगर के लिए पैदल ही कांवड़ यात्रा शुरू की थी. केंद्रीय मंत्री की कांवड़ यात्रा का कल रात्रि पड़ाव पतंजलि योग पीठ हरिद्वार के पास रात्रि विश्राम के लिए रुका था.
नुक्कड़ सभाएं करेंगे बालियान
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बालियान ने कहा, "अपनी यात्रा के दौरान मैं लोगों को यूसीसी के लाभों के बारे में जागरूक कर रहा हूं और कुछ स्थानों पर नुक्कड़ सभाएं भी की जा रही हैं. हर साल करोड़ों लोग कांवड़ में गंगाजल भरने के लिए हरिद्वार आते हैं और इस बार चार करोड़ से ज्यादा कावड़ियों के गंगाजल लेकर जाने की उम्मीद है."
असदुद्दीन ओवैसी पर पलटवार
संजीव बालियान ने एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर भी पलटवार किया है. उन्होंने कहा "सरकार ने जो निर्णय लिया है वो ठीक लिया है. आप दिन में 5 बार नमाज पढ़ते हैं जिससे मार्ग अवरूद्ध होते हैं और कावड़ यात्रा केवल एक साल में तीन से चार दिन चलती है. असुद्दीन ओवैसी की हर बात का जवाब देना कोई उचित नहीं है."
क्या था असदुद्दीन ओवैसी का बयान
असुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया था कि सड़क पर नमाज अदा करो तो एफआईआर हो जाती है, लेकिन कांवड़ यात्रा के लिए गोश्त की दुकानें ढका कर, बंद करवा दी जा रहीं हैं. धार्मिक भावनाओं के नाम पर रोजगार का हक छीन लेना शर्मनाक बात है. पीएम मोदी एक देश में दो कानून नहीं हैं? आपकी समान नागरिकता की बातें ढोंग हैं.
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