नई दिल्ली: संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार को कहा कि ईंधन की कीमतों में वृद्धि होने के चलते किसानों के साथ-साथ आम जनता को भी भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है.


मोर्चा ने एक बयान में आरोप लगाया, ‘‘ केंद्र सरकार खर्चों की गलत गणना करके कम न्यूनतम समर्थन मूल्य देती है और अब ईंधन के दामों में बढ़ोत्तरी होने से खेती में होने वाले खर्च में भी वृद्धि हो गई है.’’


मोर्चा ने कहा, ‘‘ किसानों के साथ ही देश की आम जनता को भी पेट्रोल, डीजल और गैस के दामों में होने वाली वृद्धि से भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. लोग बढ़ते दामों का देशभर में विरोध कर रहे हैं.’’


पिछले कुछ सप्ताह से ईंधन के दामों में तेजी जारी है और मुंबई में शनिवार को पेट्रोल की कीमत 97 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई जबकि डीजल 88 रुपये प्रति लीटर के पार चला गया.


मोर्चा ने आरोप लगाया कि देश में 18 फरवरी को किए गए रेल रोको प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कई किसानों को गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे दायर किए गए हैं. मोर्चा ने जोर दिया कि आंदोलन जारी रहेगा.


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