नई दिल्लीः 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर गिरफ्तार किए गए किसानों को संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से 2-2 हजार रुपये दिए जाएंगे. ये किसान फिलहाल दंगा भड़काने के आरोप में जेल में बंद हैं. संयुक्त किसान मोर्चा की कानूनी टीम के प्रमुख प्रेम सिंह भंगू ने बताया, "हम जेल में बंद अपने सभी किसान भाइयों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे. हम सोमवार तक जेल में बंद सभी किसानों के बैंक खातों में 2-2 हजार रुपये ट्रांसफर कर देंगे. इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा की कानूनी टीम ने शुक्रवार को तिहाड़ जेल का दौड़ा किया था. वर्तमान में 112 किसान तिहाड़ जेल में बंद हैं.


किसान संगठनों ने भी ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने कथित तौर पर किसानों से दुर्व्यवहार करने और झूठा मुकदमा बनाकर किसानों को जेल में डालने का आरोप भी लगाया है. सिंघु बॉर्डर पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय किसान मोर्चा के नेताओं ने किसानों अपील की है कि वे अब सीधे पुलिस के सामने पेश ना हों. वे पहले संगठनों द्वारा गठित कानून सेल से संपर्क करें उसके बाद कोई निर्णय लें. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किसान नेता रविंदर सिंह ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने अब तक 122 किसानों को गिरफ्तार किया है, जिसमें से 10 किसानों को जमानत मिल गई है. वहीं, सोमवार को 2 और किसानों को जमानत मिलने की संभावना है.


किसान नेताओं ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप 


किसान नेताओं ने सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा, "भारत सरकार झूठ बोलकर सारे देश को गुमराह कर रही है. सरकार कह रही है कि हमें बताया नहीं जा रहा कि इन क़ानूनों में काला क्या है. सरकार के साथ 11 बैठक करके 3 बार एक-एक क्लॉज पर बता चुके हैं कि इनमें काला क्या है."


राकेश टिकैत ने आंदोलन को लेकर कही बड़ी बात 


भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन पूरी मजबूती से चलता रहेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अखबार बहुत उल्टा सीधा लिख रहे हैं. वो अगर नहीं सुधरे तो हम कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा, "संयुक्त किसान मोर्चा पूरी तरह से एकजुट है. 23 फरवरी तक के कार्यक्रम निर्धारित हैं, जिन पर हम काम कर रहे हैं. आंदोलन पूरी मजबूती से चलता रहेगा, हम अपनी रणनीति बना रहे हैं. किसानों को हताश होने की जरूरत नहीं है."


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