नई दिल्ली: बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के एक दिन बाद हरियाणवी कलाकार सपना चौधरी ने सोमवार को कहा कि चुनाव लड़ने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है लेकिन वह पार्टी के आदेशों का पालन करेंगी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रति अपना घोर विरोध जताते हुए चौधरी ने कहा कि वह आप प्रमुख के खिलाफ चुनाव लड़ने के बजाय चुनाव से हट जाना पसंद करेंगी क्योंकि वह न तो उनके (केजरीवाल के) आस-पास रहना चाहती हैं और न ही उनका चेहरा देखना चाहती हैं.’’


बीजेपी में शामिल होने के बाद सपना चौधरी ने कहा, ‘‘आपको हर किसी का सम्मान करना चाहिए, चाहे वह कोई रिक्शावाला हो या कोई मंत्री. हर किसी को अपने आत्मसम्मान को बनाये रखने का अधिकार है.’’


अगले साल की शुरुआत में दिल्ली विधानसभा का चुनाव लड़ने में उनकी रूचि के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा बिल्कुल नहीं है. लेकिन मैं वही करूंगी जो पार्टी मुझे करने के लिये कहेगी.’’ उन्होंने कहा कि अगर उन्हें आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव में खड़ा किया गया तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ने के बजाय मैं चुनाव नहीं लड़ना पसंद करूंगी. मैं उनके आस-पास भी नहीं रहना चाहती और न ही उन्हें देखना चाहती हूं.’’


सोमवार को जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में भाजपा के सदस्यता अभियान को शुरू करने के लिये आयोजित कार्यक्रम के दौरान सपना के पार्टी में शामिल होने को अधिक ‘‘प्रमुखता’’ दिये जाने पर भाजपा और आरएसएस के कुछ नेताओं ने हैरानी जतायी थी.


आरएसएस की दिल्ली इकाई के प्रदेश मीडिया संयोजक राजीव तुली ने बीजेपी में शामिल होतीं चौधरी की एक तस्वीर को ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘मनोज तिवारी, हंसराज हंस और सपना चौधरी के साथ कोरम अब पूरा हो गया. विशिष्ट लोगों वाली पार्टी के लिये शिवराज चौहान जी को बधाई.’’


चौहान बीजेपी की राष्ट्रव्यापी सदस्यता अभियान के प्रभारी हैं. चौधरी समेत आठ लोगों के भाजपा की सदस्यता लेने के दौरान वह भी मंच पर ही उपस्थित थे. तुली ने बाद में स्पष्ट किया कि उनका यह ट्वीट निजी विचार था.


सोमवार को चौधरी के संवाददाता सम्मेलन के दौरान दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि जेएलएन स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में बीजेपी की सदस्यता लेने वाली वह एकमात्र शख्स नहीं थी. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘मीडिया ने ही उनके बीजेपी में शामिल होने को तूल दिया. मैं नहीं मानता कि इससे कोई नाखुश है. सदस्यता कार्यक्रम की सफलता को लेकर वरिष्ठ नेता प्रसन्न हैं.’’


लोकसभा चुनाव के दौरान चौधरी ने बीजेपी के लिये चुनाव प्रचार किया था. ऐसी अफवराहें थीं कि वह पार्टी की टिकट से दिल्ली से चुनाव लड़ सकती हैं. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘चिंता मत कीजिए, दो महीने बाद मैं 25 साल की हो जाऊंगी और मैं वही करूंगी जो भी पार्टी मुझे कहेगी.’’


इससे पहले मार्च में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा और राज बब्बर ने उनके कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बारे में ट्विटर पर घोषणा की थी हालांकि इसे उन्होंने खारिज कर दिया था. सपना के कांग्रेस में शामिल होने के बारे में उत्तर प्रदेश से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह की विवादित टिप्पणी पर उन्होंने कहा, ‘‘वह मुझसे बड़े हैं. मैं उनकी मानसिकता नहीं बदल सकती. मेरे मन में उनके लिये कोई नाराजगी नहीं है. आप अपने पिता की उम्र के किसी व्यक्ति को यह नहीं कह सकते हैं कि वह सही है या गलत.’’


सपना ने कहा कि तिवारी ने ही उनका मार्गदर्शन किया जिससे बीजेपी में शामिल होने की राह बनी. हालांकि उन्होंने मुझे पार्टी में शामिल होने को लेकर कभी दबाव नहीं डाला. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि जिस तरह से वह (मोदी) देश के लिये काम करते हैं, उसे देखकर मेरे मन में उनके प्रति बहुत श्रद्धा है और मैं उनसे मिलना चाहती हूं.


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