नई दिल्ली: शारदा चिटफंड मामले में सीबीआई की कदमों पर सत्तापक्ष और विपक्ष आमने-सामने है. बीजेपी ने पूछा कि ममता बनर्जी कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को बचाना चाहती है या खुद को बचाना चाहती है? बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा, ''आज ममता क्यों धरना दे रही हैं, पुलिस कमिश्नर के पास ऐसा क्या है जो ममता उसका बचाव कर रही हैं?'' उन्होंने कहा कि एक पेन ड्राइव और लाल रंग की डायरी है जिसमे बहूत कुछ छिपा है, उससे बचना चाहती है.


केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ''पश्चिम बंगाल में यह मोदी का नहीं बल्कि ममता का आपातकाल है. वह खुद को बचाने के लिए धरने पर बैठी हैं. पश्चिम बंगाल में संवैधानिक व्यवस्था पूरी तरह ठप पड़ गई है.''


वहीं सीबीआई का कहना है कि वह राजीव कुमार से लापता दस्तावेज और फाइलों के बारे में पूछताछ करना चाहती है. सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अर्जी में भी यही बात कही है. सीबीआई ने अपनी याचिका में कहा, ''DGP को बताया गया था कि पुलिस कमिश्नर कुमार सबूत मिटा रहे हैं. लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. पुलिस कमिश्नर को कई बार समन भेजे गए, पर वो नहीं आए.''


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दरअसल, शारदा चिटफंड मामले में गठित पुलिस की एसआईटी का राजीव कुमार ने नेतृत्व किया था. बाद में इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई. सीबीआई का कहना है कि कुमार ने एसआईटी प्रमुख रहते हुए सबूतों को नष्ट किया और हम इसी मामले में पूछताछ करना चाहते हैं.


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रविवार को इसी सिलसिले में सीबीआई की टीम मध्य कोलकाता में कुमार के लाउडन स्ट्रीट स्थित आवास पहुंची थी. लेकिन वहां तैनात संतरियों और कर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया और उन्हें जीप में भर के पुलिस थाने ले गए. ममता बनर्जी को जैसी यह खबर लगी, उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई करने के आरोप लगाए. ममता बाद में धरने पर बैठ गईं. टीएमसी अध्यक्ष ममता का आज भी धरना जारी है. उन्हें कम से कम 15 दलों का साथ मिला है.