कोलकाता: शारदा चिटफंड घोटाला मामले में कोलकाता पुलिस के पूर्व आयुक्त और वर्तमान एडीजी राजीव कुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं. राजीव कुमार पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है. सीबीआई उनके खिलाफ अब एलओसी यानी लुकआउट सर्कुलर जारी करने की तैयारी कर रही है. साथ ही सीबीआई उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कराने की तैयारी में भी है.
सीबीआई ने राजीव कुमार के खिलाफ अब तक आए सबूतों को लेकर कोर्ट जाने का फैसला किया है. शारदा चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआई राजीव कुमार से पूछताछ करना चाहती है, लेकिन सीबीआई का आरोप है कि राजीव कुमार इस पूछताछ से बच रहे हैं.
दरअसल राजीव कुमार ने सीबीआई से एक महीने का समय मांगा है, लेकिन सीबीआई उन्हें एक महीने की छूट देने को तैयार नहीं है. इस महीने की 14 तारीफ को राजीव कुमार को सीबीआई के सामने पेश होना था, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे. कलकत्ता हाईकोर्ट ने राजीव कुमार की गिरफ्तारी से रोक हटा ली है. इसके बाद जांच एजेंसी ने शुक्रवार को उन्हें नोटिस दिया था.
राजीव कुमार से क्यों पूछताछ करना चाहती है सीबीआई?
सीबीआई के मुताबिक, शारदा चिट फंड केस की जांच के लिए 2013 में एसआईटी का गठन किया गया था, जिसके अध्यक्ष राजीव कुमार थे.जांच के दौरान एसआईटी ने एक लैपटॉप, पांच फोन और अनेक दस्तावेजों के साथ एक डायरी भी जब्त की थी, जो कथित रूप से शारदा ग्रुप के प्रोमोटर सुदीप्त सेन की थी.
साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई. सीबीआई ने जब इस मामले की जांच शुरू की और इस मामले में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि जो भी महत्वपूर्ण दस्तावेज एसआईटी ने इस मामले में जब्त किए गए थे, वह सीबीआई को नहीं सौंपे गए.सीबीआई इसी को लेकर उनसे पूछताछ करना चाहती है.
कौन हैं राजीव कुमार?
कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार 1989 बैच के पश्चिम बंगाल कैडर के आईपीएस ऑफिसर हैं. उन्होंने आईआईटी रुड़की से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की है. आईपीएस रहते हुए उन्होंने पश्चिम बंगाल में एसपी, स्पेशल एसपी, डिप्टी कमिश्नर, ज्वाइंट कमिश्नर (स्पेशल टास्क फोर्स), डीआईजी (सीआईडी) जैसे महत्वपूर्ण पदों को संभाला है.
यह भी पढ़ें-
अमेरिका: एक मंच पर होंगे पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप, भारतीय-अमेरिकी लोगों को एक साथ करेंगे संबोधित
इस दिन शुरू होगा सलमान खान का रिएलिटी शो 'बिग बॉस 13', टेलेकास्ट के वक्त का भी हुआ एलान