कोलकाता: सीबीआई की टीम रविवार को शारदा चिट फंड घोटाले के संबंध में कोलकाता पुलिस कमिश्नर से पूछताछ करना चाहती थी. इस सिलसिले में जब सीबीआई की टीम पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंची तो इसके कुछ देर बाद सीबीआई अधिकारियों को हिरासत में ले लिया गया. हालांकि, बाद में इन अधिकारियों को छोड़ दिया गया लेकिन इसी के बाद शुरू हुई पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केन्द्र सरकार के बीच तनातनी. इसके बाद ममता बनर्जी रविवार की रात से ही धरने पर बैठी हुई हैं.
पुलिस कमिश्नर के यहां क्यों छापा पड़ने वाला था इस विषय पर कोलकाता में सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि सीबीआई को शारदा चिट फंड घोटाले से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज नहीं दिए गए. इन दस्तावेजों को खत्म कर दिया गया है. सीबीआई इस चीज का पता लगाने के लिए आगे की जांच करना चाहती है. पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि हम इस चिट फंड घोटाले में बड़े षडयंत्र की पड़ताल करना चाहते हैं.
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सीबीआई के अनुसार शारदा चिट फंड केस की जांच के लिए 2013 में एसआईटी का गठन किया गया था जिसके अध्यक्ष वर्तमान के कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार थे. जांच के दौरान एसआईटी ने एक लैपटॉप, पांच फोन और अनेक दस्तावेजों के साथ एक डायरी भी जब्त की थी जो कि कथित रूप से शारदा ग्रुप के प्रोमोटर सुदीप्त सेन की थी.
साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई. सीबीआई ने जब इस मामले की जांच शुरू की और इस मामले में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि जो भी महत्वपूर्ण दस्तावेज एसआईटी ने इस मामले में जब्त किए गए थे वह सीबीआई को नहीं सौंपा गया. सीबीआई के अधिकारियों का कहना है कि जांच के दौरान यह भी पता चला कि इस घोटाले में कई बड़े लोगों के नाम आए हैं.
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कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार 1989 बैच के पश्चिम बंगाल कैडर के आईपीएस ऑफिसर हैं. उन्होंने आईआईटी रुड़की से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की है. आईपीएस रहते हुए उन्होंने पश्चिम बंगाल में एसपी, स्पेशल एसपी, डिप्टी कमिश्नर, ज्वाइंट कमिश्नर (स्पेशल टास्क फोर्स), डीआईजी (सीआईडी) जैसे महत्वपूर्ण पदों को संभाला है.
सीबीआई के अधिकारियों का कहना है कि एजेंसी राजीव कुमार से पिछले कुछ सालों से पूछताछ करने वाली थी. एजेंसी ने यह भी दावा किया है कि राजीव कुमार से कई बार संपर्क करने के बावजूद उन्होंने एजेंसी को जवाब देने में कोई रूची नहीं दिखाई.
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