नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने आधुनिक अखण्ड भारत की नींव रखी और इसके लिए उन्होंने जरूरत के अनुसार, मान मनौव्वल तथा बल प्रयोग किया एवं जटिल समस्याओं का व्यावहारिक हल निकाला.
प्रधानमंत्री ने अपने नियमित रेडियो कार्यक्रम ''मन की बात'' में सरदार पटेल का जिक्र करते हुए कहा कि देश की इस महान संतान की असाधारण यात्रा से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं.
मोदी ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशेषता यह थी कि वे न सिर्फ़ परिवर्तनकारी विचार देते थे, बल्कि उनको अंजाम देने के लिए जटिल-से-जटिल समस्या का व्यावहारिक हल ढूंढने में भी सक्षम थे. विचारों को साकार करने में उनको महारत हासिल थी.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारत को एक सूत्र में पिरोने की बागडोर संभाली. उनकी निर्णय क्षमता ने उन्हें सारी बाधाएं पार करने की सामर्थ्य दी. जहाँ मान-मनौव्वल की आवश्यकता थी, वहाँ उन्होंने मान-मनौव्वल किया; जहाँ बल-प्रयोग की आवश्यकता पड़ी, वहाँ बल-प्रयोग किया.
मोदी के मुताबिक, सरदार पटेल ने कहा था – “जाति और पंथ का कोई भेद हमें रोक न सके, सभी भारत के बेटे और बेटियाँ हैं, हम सभी को अपने देश से प्यार करना चाहिए और पारस्परिक प्रेम तथा सद्भावना पर अपनी नियति का निर्माण करना चाहिए.” उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का यह कथन आज भी हमारे नये भारत के दृष्टिकोण के लिए प्रेरक है, प्रासंगिक हैं और यही कारण है कि उनका जन्मदिन 'राष्ट्रीय एकता दिवस' के रूप में मनाया जाता है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि 31 अक्तूबर को सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर देशभर में 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बच्चे, युवा, महिलाएँ, सभी आयु-वर्ग के लोग शामिल होंगे. उन्होंने सभी लोगों से इसमें भाग लेने की अपील की.
31 अक्तूबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि है. मोदी ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि 31 अक्तूबर को इंदिरा गाँधी यह दुनिया छोड़ कर चली गई थीं.