बेंगलूरू: अन्नाद्रमुक प्रमुख के पद से हटाई जा चुकीं वी के शशिकला अपनी पांच दिन की आपात पैरोल समाप्त होने के बाद बीते दिन गुरूवार को बेंगलूरू की केंद्रीय जेल लौट आईं. वह भ्रष्टाचार के एक मामले में चार साल की सजा काट रहीं हैं. शशिकला ने चेन्नई के एक अस्पताल में अपने बीमार पति को देखने के लिए पैरोल ली थी.


परप्पाना अग्रहारा केंद्रीय जेल के अधीक्षक पी एस रमेश ने बताया कि शशिकला शाम पांच बजे जेल लौट आईं.

शशिकला के 74 वर्षीय पति एम नटराजन की गुर्दा और यकृत के प्रतिरोपण के लिए चेन्नई के एक कॉर्पोरेट अस्पताल में सर्जरी की गई थी.

मुख्यमंत्री के पलानीसामी के नेतृत्व वाले गुट ने शशिकला को पिछले महीने पार्टी से निकाल दिया था.

आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में शशिकला को जेल की सजा सुनाई गई थी. वह फरवरी से परप्पना अग्रहारा जेल में बंद हैं.

उन्हें सात अक्तूबर से 11 अक्तूबर तक आपात पैरोल पर छोड़ा गया था जहां उन्हें कई शर्तों का पालन करना था. इसमें मीडिया से बात न करने का आदेश भी शामिल था.

शशिकला का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब उनके भतीजे तथा अन्नाद्रमुक से दरकिनार किए गए नेता टीटीवी दिनाकरण और पलानीसामी एवं उपमुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम के नेतृत्व वाले गुट के बीच दो पत्तियों वाले चुनाव चिह्न को हासिल करने की लड़ाई चल रही है. चुनाव आयोग ने हालांकि दो पत्तियों वाले चुनाव चिह्न के इस्तेमाल पर रोक लगायी हुई है.