(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
तमिलनाडु: राज्यपाल से मिले पन्नीरसेल्वम और शशिकला, अब नजरें राजभवन पर
नई दिल्ली: तमिलनाडु की सरकार का क्या होगा ? आज भी ये सवाल बना हुआ है. ये सवाल इसलिए खड़ा हुआ है क्योंकि जयललिता की दोस्त रहीं शशिकला की राह में बगावत कर पन्नीरसेल्वम ने रोड़ा पैदा कर दिया है.
आज पन्नीरसेल्मव और शशिकला दोनों ने ही राज्यपाल से मुलाकात की. पहले पन्नीरसेल्वम शाम पांच बजे राजभावन पहुंचे. राज्यपाल से मुलाकात के बाद पन्नीरसेल्वम ने कहा, ''राज्यपाल को हालात से अवगत कराया है. धर्म की जीत होगी.''
सूत्रों के मुताबिक पन्नीरसेल्वम ने राज्यपाल से कहा कि उनसे जबरन इस्तीफा लिया गया. पन्नीरसेल्वम ने इस्तीफा वापस लेने की इच्छा भी जताई.
शशिकला भी तमिलनाडू के राज्यपाल विद्यासागर राव से मिलने पहुंची. राज्यपाल से मिलने से पहले शशिकला जयललिता की समाधि पर भी गईं. सूत्रों के मुताबिक शशिकला ने राज्यपाल के सामने बहुमत साबित करने प्रस्ताव रखा है. वहीं दूसरी तरफ सूत्रों के मुताबिक अज्ञात जगह पर कब्जे से करीब 20 विधायक नाराज हैं. जानकारी के मुताबिक विधायकों के मोबाइल भी छीने गए हैं.
राज्यपाल के सामने विकल्प
दोनों पक्षों के वार-तकरार के बीच अब राज्यपाल के पास कुल तीन विकल्प हैं.
पहला विकल्प – पन्नीरसेल्वम को सीएम रहने दें और बहुमत साबित करने को कहें.
दूसरा विकल्प – शशिकला को सरकार बनाने का न्योता दें और बहुमत साबित करने को कहें.
तीसरा विकल्प – विधानसभा भंग कर राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करें जिसकी उम्मीद कम है.
गुप्त ठिकाने पर पहुंचे विधायक
शशिकला को पार्टी में फूट का डर सता रहा है, इसलिए 130 विधायकों को बस में गुप्त स्थान पर भेजा गया है, लेकिन क्या शशिकला विधायकों को एकजुट रख पाएंगी, क्योंकि पन्नीरसेल्वम का गुट 65 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहा है. लेकिन पार्टी तोड़ना इतना भी आसान नहीं है- क्योंकि…
दल-बदल विरोधी कानून के तहत विधायक दल का बंटवारा नहीं हो सकता, लेकिन पार्टी के दो-तिहाई सदस्य दूसरी पार्टी में जा सकते हैं. एआईडीएमके के अभी 135 विधायक हैं, इनमें दो-तिहाई के दूसरी पार्टी में शामिल होने के लिए कम से कम 90 विधायक होने चाहिए.
जयललिता की विरासत की लड़ाई
जयललिता की विरासत के लिए छिड़ी जंग में एक तरफ उनकी खास दोस्त रहीं शशिकला हैं और दूसरी तरफ पन्नीरसेल्वम जिन्हें जयललिता ने जीते जी दो बार मुख्यमंत्री बनाया था और उनके निधन के तुरंत बाद भी मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई गई. बुधवार को दिनभर दोनों खेमों की तरफ से शक्ति प्रदर्शन का दौर चलता रहा. विधायकों के साथ बैठक के बाद शशिकला जब मीडिया के सामने आईं तो पन्नीरसेलवम पर बरसीं और खुद को जयललिता की विरासत का असली हकदार बताया.
मैं अम्मा की विरासत संभालूंगी- शशिकला
शशिकला ने कहा, ‘’मैं अम्मा की विरासत संभालूंगी. पार्टी के साथ धोखा देने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. पन्नीरसेल्वम पर कोई दबाव नहीं बनाया. वो डीएमके के इशारे पर काम कर रहे हैं.’’शशिकला के वार के बाद अब बारी पन्नीरसेल्वम की थी. एबीपी न्यूज से बातचीत में पन्नीरसेल्वम ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया.
विधायकों ने शशिकला को अपना नेता चुना
बता दें कि जयललिता की मौत के बाद पार्टी में घमासान मचा है. जयललिता की मौत के बाद पन्नीरसेल्वम मुख्यमंत्री बने थे और शशिकला को पार्टी का महासचिव बनाया गया था. लेकिन अब शशिकला मुख्यमंत्री बनना चाहती हैं. विधायकों ने शशिकला को अपना नेता चुना है. शशिकला के शपथग्रहण से पहले पन्नीरसेल्वम ने बगावत कर दी है.
तमिलनाडु विधानसभा में कुल 235 सीटें हैं. अभी एआईडीएमके के पास कुल 134 विधायक हैं. डीएमके के 89 और बाकी की सीटें कांग्रेस समेत अन्य दलों के पास हैं.