चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को शुक्रवार को जब यह पता चला कि करगिल युद्ध के नायक और वीर चक्र विजेता सतपाल सिंह प्रदेश के संगरूर जिले में हैं ट्रेफिक मैनेजमेंट में लगे हैं तो उन्होंने इस नायक को डबल प्रमोशन देने का आदेश दिया. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती शिरोमणी अकाली दल और बीजेपी सरकार ने सतपाल सिंह की योग्यता की अनदेखी की जब उन्हें पंजाब पुलिस में शामिल किया गया था.


एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि करगिल युद्ध में उनके शानदार योगदान को देखते हुए मुख्यमंत्री के आदेश के बाद सतपाल को डबल प्रमोशन देते हुए उन्हें सहायक उप निरीक्षक बना दिया गया है. सेना से अवकाश प्राप्त करने के बाद सिंह पंजाब पुलिस में भर्ती हो गए थे.


एक विशेष केस के तौर पर उनकी भर्ती सहायक उप निरीक्षक के पद पर होगी. पंजाब पुलिस की नियमावली के नियम 12.3 में ढील देते हुए ऐसा किया गया है. नियमों में ढील पुलिस महानिदेशक देंगे जिसके लिए मुख्यमंत्री ने उन्हें अधिकृत किया है.





करगिल में आपरेशन विजय के दौरान द्रास सेक्टर में थे तैनात


करगिल में आपरेशन विजय के दौरान सतपाल सिंह द्रास सेक्टर में तैनात थे और उस टीम के सदस्य थे जिसने टाइगर हिल पर कब्जा करने में सेना की मदद की थी. सतपाल ने पाकिस्तान के नादर्न लाइट इनफैंट्री के कैप्टन शेर खान और तीन अन्य को मार गिराया था.


 सतपाल पंजाब पुलिस में वरिष्ठ कांस्टेबल के रूप में हुए थे भर्ती 


भारतीय ब्रिगेड कमांडर की सिफारिश के बाद खान को पाकिस्तान के सर्वोच्च वीरता सम्मान निशान ए हैदर से नवाजा गया था. प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को सतपाल को पंजाब पुलिस में सहायक उप निरीक्षक के रूप में भर्ती किये जाने के लिए आयु सीमा में छूट देने के लिए अधिकृत किया है.


पंजाब के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने बताया कि सतपाल पंजाब पुलिस में वरिष्ठ कांस्टेबल के रूप में भर्ती हुए थे और वह शानदार तरीके से संगरूर जिले के भवानीगढ़ शहर में अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. गुप्ता ने बताया कि सतपाल संगरूर में तैनात थे लेकिन उन्होंने छह महीने पहले भवानीगढ़ में तबादला मांगा था, जिसे स्वीकार कर लिया गया.


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