हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस ने ईवीएम पर सवाल खड़े करते हुए चुनाव आयोग में शिकायत की है. इन सबके बीच राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी नतीजों पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि EVM से चुनाव नहीं होने चाहिए. ईवीएम से निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते. दुनिया में कहीं भी EVM से चुनाव नहीं होते. साथ ही सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस को बीजेपी से सीखने की नसीहत भी दे डाली. 


हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बीजेपी को 24 घंटे राजनीति करने वाली पार्टी बताया. उन्होंने कांग्रेस को और संघर्ष करने के लिए सलाह दी. सत्यपाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान जम्मू-कश्मीर के नतीजों को उम्मीद के मुताबिक बताया, वहीं दूसरी ओर हरियाणा के नतीजों पर उन्होंने हैरानी व्यक्त की. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस अपनी खामियों की वजह से हार का शिकार हुई है. वहीं हार की सबसे बड़ी वजह भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी शैलजा के बीच चली खींचतान को बताया है. 

 

बीजेपी के लिए कही ये बड़ी बात


तमाम एग्जिट पोल हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनाने की संभावना जता रहे थे. लेकिन नतीजे इसके उलट आए. बीजेपी ने हैट्रिक लगाकर सभी को चौंका दिया. इस पर जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल मलिक ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस के हार की वजह पार्टी का आलस बताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस मेहनत नहीं करती. उन्होंने राज्य में कांग्रेस की हार के पीछे नेताओं के आपसी संबंध ठीक न होने को भी एक कारण बताया.

भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी शैलजा के बीच खींचतान का जिक्र करते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा, पार्टी के सभी नेता एकजुट होकर चुनाव लड़ते तो हरियाणा चुनाव में कांग्रेस के जीत की संभावना होती. मलिक ने कहा कि अगर सत्ता में बीजेपी आई है तो उन्हें घमंड में आने के बजाय जनता की सेवा करना चाहिए. खासकर उन्हें किसानों और युवाओं के लिए काम करना चाहिए. 

 

कांग्रेस में कुछ ही नेता एक्टिव हैं- मलिक
 

सत्यपाल मलिक ने कहा कि कांग्रेस की पार्टी में केवल कुछ ही नेता गंभीर रूप से काम करते हैं, बाकी ज्यादा एक्टिव नहीं होते. मलिक ने कहा कि बीजेपी सरकार को तुरंत MSP लागू करना चाहिए और राजस्थान में किसानों के पानी के मुद्दों को हल करना चाहिए, युवाओं के लिए काम करना चाहिए. युवाओं को बेहतर रोजगार प्रदान करना चाहिए.