Satyendar Jain Case: दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन के स्वास्थ्य से जुड़े मामले की सुनवाई टल गई है. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court) में सत्येंद्र जैन की याचिका पर शनिवार (3 दिसंबर) को सुनवाई होनी थी, लेकिन सत्येंद्र जैन के वकील के उपलब्ध न होने के चलते मामले की सुनवाई टल गई. राउज एवेन्यू कोर्ट में अब मामले की अगली सुनवाई 12 दिसंबर को होगी.
कोर्ट ने इस मामले में जेल अथॉरिटी को सत्येंद्र जैन की मेडिकल रिपोर्ट को लेकर तलब किया था. जेल अथॉरिटी ने सत्येंद्र जैन की मेडिकल रिपोर्ट कोर्ट में पेश की है. सत्येंद्र जैन की तरफ से कहा गया था कि जब से उन्हें हिरासत में लिया गया है तब से लगातार उनका वजन कम हो रहा है.
सत्येंद्र जैन ने मांगा व्रत वाला खाना
इससे पहले कोर्ट ने बुधवार को तिहाड़ प्रशासन को धार्मिक उपवास पर एक विचाराधीन कैदी के लिए बने नियमों के अनुसार सत्येंद्र जैन को भोजन उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया था. विशेष न्यायाधीश विकास ढुल की अदालत ने निर्देश दिया था कि तिहाड़ जेल प्रशासन सत्येंद्र जैन को वो भोजन उपलब्ध कराए, जो एक धार्मिक उपवास पर रहने वाले विचाराधीन कैदी के लिए होता है.
सत्येंद्र जैन ने याचिका में कहा था जेल प्रशासन ने कई दिनों से उन्हें फलों सहित उनकी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार खाना देना बंद कर दिया है और 21 अक्टूबर से एमआरआई स्कैन सहित उनके मेडिकल चेकअप में देरी की है. जैन की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल मेहरा ने ये बातें कही थीं. उन्होंने कहा कि धार्मिक उपवास के दौरान मंत्री विशेष आहार के हकदार थे और इसे रोका नहीं जा सकता.
क्या कहा सत्येंद्र जैन के वकील ने?
उन्होंने कोर्ट से अनुरोध किया कि जेल प्रशासन को इसे फिर से शुरू करने के लिए कहें. मेहरा ने आरोप लगाया कि जैन को इस इरादे से परेशान किया जा रहा है कि उन्हें कुछ हो जाए. जेल मैनुअल में सब कुछ प्रदान करने के प्रावधान हैं और वे इससे इनकार कर रहे हैं. इस पर तिहाड़ जेल के कानून अधिकारी अभिजीत शंकर ने कहा कि जहां तक मेरी जानकारी है, जैन के आहार पर रोक लगाने का कोई आदेश पारित नहीं किया गया है.
मई में किया था गिरफ्तार
बता दें कि, दिल्ली की आप सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) को ईडी ने इसी साल मई में कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था. तब से वे तिहाड़ जेल में हैं. हाल ही में सत्येंद्र जैन का कथित वीडियो भी वायरल हुआ था. जिसको लेकर आरोप लगाया गया था कि मंत्री जेल में मसाज करवाते हैं और उन्हें जेल में विशेष ट्रीटमेंट मिलता है.
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