Satyendar Jain Money laundering Case: ईडी कस्टडी में बढ़ी सत्येंद्र जैन की मुश्किलें, जीवेश मिश्रा ने कबूली पैसे के हेर-फेर की बात
जीवेश मिश्रा ने खुलासा किया है कि उसके पास काला धन (Black Money) किसने पहुंचाया और इस काले धन को कैसे सफेद किया गया. जीवेश ने ये भी कबूल किया है कि इस पैसे के लिए उसे कितने रुपये की दलाली दी गई.
Satyendar Jain Questioned By ED: ईडी मुख्यालय (ED Headquarters) में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री (Delhi Health Minister) सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) की मुसीबतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. उनके बैंक खातों और कंपनियों के दस्तावेजों के बाद अब ईडी ने जैन के सामने जीवेश मिश्रा का कबूलनामा पेश कर दिया है जिसमे जीवेश ने जैन का नाम लिया है. जीवेश ने यह भी खुलासा किया है कि उसके पास काला धन (Black Money) किसने पहुंचाया है और इस काले धन को कैसे सफेद किया गया है. जीवेश ने ये भी कबूल किया है कि इस पैसे के लिए कितने रुपये की दलाली ली गई.
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को लेकर राजनीतिक घमासान जारी है, जहां एक तरफ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जैन के बाद मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी हो सकती है. वहीं बीजेपी ने उलट प्रहार करते हुए कहा कि पोल खुलने के डर से केजरीवाल डर रहे हैं.
क्या है जीवेश का कबूलनामा ?
इन शेल कंपनियों को चलाने वाले कोलकाता के कारोबारी जीवेश मिश्रा जिसकी 25 कंपनियों के जरिए जैल काले धन को सफेद करते थे. जीवेश ने ये स्वीकारा कि कैसे कंपनियों के जरिए शेयर कैपिटल और शेयर प्रीमियम की मार्फत इंडो मेटल ग्रुप ऑफ कंपनीज में पैसा पहुंचाया जाता था.
जीवेश ने कहा कि इस कंपनी की बाबत मुझे मेरे दोस्त राजू बंसल ने बताया था. इसके बाद मुझे दिल्ली से सुरेश और संजय के फोन आए. ये दोनो इंडो मेटल ग्रुप के सत्येंद्र जैन के कर्मचारी थे. सत्येंद्र जैन का फोन नंबर 98101----- है. मैं शैल कंपनियों के जरिए काले धन को सफेद करने का काम करता हूं. मेरे पास मिस्टर जैन के दो लोगों ने मार्केट के जरिए नगदी पहुंचायी. यह पैसा मैंने अपनी शैल कंपनियों की मार्फत इंडो मेटल ग्रुप ऑफ कंपनीज में पहुंचाया.
जीवेश के कबूलनामे से क्यों बढ़ी जैन की मुश्किलें ?
जीवेश के इसी कबूलनामे ने ईडी हिरासत में मौजूद सत्येंद्र जैन की मुश्किलें बढाई हुई है, क्योंकि इस कबूलनामे के आधार पर ईडी जानना चाहती है कि इस मनी लॉन्ड्रिंग में ऐसे कौन लोग शामिल थे. जीवेश को काला धन सफेद करने के बदले कितनी दलाली दी गई.
सूत्रों का कहना है कि ईडी, हिरासत में मौजूद सत्येंद्र जैन और जीवेश का आमना सामना भी करा सकती है जिससे सच सामने आ सके. फिलहाल सत्येंद्र जैन 9 जून तक ईडी की हिरासत (Satyendar Jain In ED Custody) में है जहां उनसे इस मामले में लगातार पूछताछ जारी है और इस दौरान वह कई और बड़े खुलासे कर सकते हैं जोकि सत्येंद्र जैन के साथ-साथ आप (Aam Aadmi Party) की भी नींद उड़ा सकते हैं.
Hardik Patel Joins BJP: बीजेपी में शामिल हुए Hardik Patel, पीएम नरेंद्र मोदी को बताया देश का गौरव