Money Laundering Case: फिर तिहाड़ जेल पहुंचे दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन, सुप्रीम कोर्ट ने नहीं दी जमानत
Satyendar Jain Sent To Tihar: मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका खारिज हो गई है. इसके बाद एक बार फिर वह तिहाड़ जेल में लौट आए हैं.
Satyendar Jain News: दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं आम आदमी पार्टी (आप) नेता सत्येन्द्र जैन धनशोधन मामले (money laundering case) मे सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियमित जमानत याचिका खारिज किये जाने के कुछ ही घंटे बाद तिहाड़ जेल लौट आये. एक जेल अधिकारी ने कहा, 'जैन शाम को तिहाड़ जेल पहुंचे. उन्हें जेल में रखने की औपचारिक प्रक्रिया जारी है.'
पूर्व मंत्री जैन जेल में आत्मसमर्पण करने के लिए शाम करीब छह बजे उत्तर पश्चिम दिल्ली के सरस्वती विहार स्थित अपने आवास से निकले. सुप्रीम कोर्ट ने जैन के वकील के उस मौखिक अनुरोध को खारिज कर दिया, जिसमें उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए एक सप्ताह का समय देने का अनुरोध किया गया था.
सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत पर थे सत्येंद्र जैन
सुप्रीम कोर्ट ने 17 जनवरी को जैन की नियमित जमानत याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. कोर्ट ने 26 मई, 2023 को जैन को चिकित्सा आधार पर अंतरिम जमानत दी थी और इसे समय-समय पर बढ़ाया गया. जैन ने मामले में उनकी नियमित जमानत याचिका खारिज करने के दिल्ली उच्च न्यायालय के 6 अप्रैल, 2023 के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. हालंकि कोई लाभ नहीं हुआ.
क्या है सत्येन्द्र जैन पर आरोप
ईडी ने आप नेता जैन को कथित तौर पर उनसे जुड़ी चार कंपनियों के माध्यम से धनशोधन के आरोप में 30 मई, 2022 को गिरफ्तार किया था. इसने जैन को भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत 2017 में उनके खिलाफ दर्ज केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी के आधार पर गिरफ्तार किया था.
साल 2018 में ED ने इस मामले में सत्येंद्र जैन से पूछताछ की थी. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उनकी गिरफ्तारी का विरोध भी किया था. इसके बाद 26 मई, 2023 को सत्येंद्र जैन को खराब स्वास्थ्य के आधार पर जमानत मिल गई थी. तबसे वह इलाज करा रहे हैं. आप नेता जैन के खिलाफ सीबीआई ने 2017 में प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की थी. इस एफआईआर में सत्येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया था. एफआईआर के मुताबिक मनी लॉन्ड्रिंग चार कंपनियों के जरिये की गई जो सीधा सत्येंद्र जैन से जुड़ी हैं. उनकी गिरफ्तारी पर खूब हंगामा हुआ था.
(भाषा इनपुट के साथ)
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