Satyendra Jain Bail Plea: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) की ज़मानत याचिका पर आज मंगलवार को राउज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court) सुनावई हुई. इस मामले में कोर्ट ने आज भी सत्येंद्र जैन को कोई राहत नहीं देते हुए सुनवाई की अगली तारीख 15 सितंबर को मुकर्रर की है. आम आदमी पार्टी की दिल्ली नीत सरकार में स्वास्थ्य मंत्री जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के बाद ईडी ने उनको गिरफ्तार किया था. 


मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान ईडी के वकीलों ने सत्येन्द्र जैन की जमानत याचिका पर अपनी दलीलों के लिए समय मांगा था. सत्येंद्र जैन के वकीलों ने उनकी जमानत के लिए दलीलें देते हुए कोर्ट में कहा कि जैन को अंदर रख कर इनको (ईडी) को क्या सुख मिल रहा है वो नहीं जानते. सिर्फ संदेह के आधार पर यह नहीं कहा जा सकता है कि जैन किसी कंपनी को कंट्रोल कर रहे थे. 


उनके वकीलों ने कहा कि 2010 में जैन न विधायक थे और न ही आम आदमी पार्टी अस्तित्व में आई थी.


सत्येंद्र जैन के बचाव में क्या बोले वकील?
सत्येंद्र जैन के वकील ने कहा कि स्वाति जैन को जो प्रॉपर्टी ट्रांसफर हुई उस पर जैन के दस्तखत नहीं है. चेक पीरियड के समय किसी प्रॉपर्टी ट्रांसफर के दस्तावेज पर भी जैन के दस्तखत नहीं है. जैन ने कहा कि कंपनी में मेरा शेयर कभी नहीं बढ़ा बल्कि वैभव जैन को कंपनी मिलते ही परसेंटेज कम हो गया. उन्होंने कहा कि हम खुद नहीं समझ पा रहे हैं  कि ये हेराफेरी किसने की है.


2010 का MOU को छुपाने की कोशिश की गई, जिसमें कहा गया है कि सत्येंद्र जैन आर्किटेक्ट के रूप में सेवा देंगे, वैभव और अंकुश जैन शेयर के दाम तय करे करेंगे, कंपनी के फैसले लेंगे, उनके पास कंपनी का पूरा नियंत्रण होगा, मेरी भूमिका सिर्फ आर्किटेक्ट की होगी.


क्यों बेबुनियाद हैं आरोप? 
सत्येंद्र जैन के वकील ने कहा कि गवाहों को प्रभावित करने और सबूतों से छेड़छाड़ करने के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं. उनके वकीलों ने कहा कि CBI, ED इनकम टैक्स और बेनामी संपत्ति मामले की जांच में कभी गवाहों और सबूतों को प्रभावित करने की कोशिश नहीं किया.
 
क्या बोले अन्य आरोपियों के वकील?
अंकुश और वैभव जैन के वकील ने कहा अंकुश और वैभव जैन परिवार की तरफ से कंपनी को रिप्रजेंट कर रहे थे सभी दस्ताबेज वैभव जैन के पास से मिले और इनका सरकार से कुछ लेना-देना नहीं है. अंकुश और वैभव जैन के वकील ने कहा ने जब सत्येन्द्र जैन ने कंपनी से इस्तीफा दिया तब वह आम आदमी बन गये. उन्होंने कहा कि उनको तो ये भी नहीं पता था कि वह चुनाव जीत कर मंत्री बन जाएंगे.


ED के वकील ने कहा कि कोर्ट में आज जो नया चार्ट पेश किया गया है वह सही नहीं है, वहां पर कुछ नए फैक्ट भी सामने रखे जा सकते थे. जांच के दौरान उन्होंने कहा कि सब कुछ सिर्फ एक व्यक्ति ही कंट्रोल कर रहा था. हमें अपनी दलीलों के लिए और समय चाहिए.


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