नई दिल्ली: 16 जनवरी को पूरे देश में कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव का आगाज़ हुआ. राजधानी दिल्ली में 81 वैक्सीनेशन साइट पर टीकाकरण किया गया. दिल्ली में पहले दिन 53.32% स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण हुआ. दिल्ली की 81 वैक्सीनेशन साइट पर कुल 8,100 स्वास्थ्य कर्मियों को पहले दिन टीके लगने की उम्मीद थी हालांकि कुल 4319 स्वास्थ्य कर्मियों ने टीके लगवाये. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने पहले दिन के टीकाकरण अभियान को सफल बताया.


वैक्सीनेशन पूरी तरह से स्वैच्छिक- सत्येंद्र जैन


दिल्ली में वैक्सीनेशन की कम संख्या पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि वैक्सीनेशन पूरी तरह से स्वैच्छिक है. सत्येंद्र जैन ने कहा, "पूरे देश मे ही करीब 50% वैक्सीनेशन हुआ है दिल्ली में भी 50% के करीब है. सभी जगह पर आंकड़ा आधे के आस पास ही है. कम वैक्सीनेशन की सब जगह एक ही वजह हो सकती है अलग-अलग नहीं. कुछ लोग रजिस्टर कराने के बाद आखिरी समय पर नहीं आये.


इसकी वजह का अंदाज़ा लगाने से फायदा नहीं है कि क्यों सामने नहीं आये. वैक्सीनेशन पूरी तरह से स्वैच्छिक है अनिवार्य नहीं है. लगवाने वाले को पूरी छूट है. ऐसा नहीं है कि रजिस्टर्ड कराने के बाद भी लगवानी ही पड़ेगी. दिल्ली में 81 वैक्सीनेशन सेंटर्स थे जहां वैक्सीन लगाई गई है. पूरा अभियान सफल रहा."


पहले दिन वैक्सीनेशन के बाद साइड इफ़ेक्ट के 51 माइनर, 1 गंभीर मामला


दिल्ली में पहले दिन की वैक्सीनेशन ड्राइव के बाद AEFI यानी इम्यूनाइजेशन के बाद प्रतिकूल परिस्थितियों या साइड इफ़ेक्ट के भी कुछ मामले सामने आये. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि कल वैक्सीनेशन ड्राइव में 51 माइनर मामले हुए हैं कुछ ऐसे मामले जिनमे छोटी-मोटी दिक्कतें होती हैं और 1 मामला थोड़ा गंभीर था, जिसे दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है.


सत्येंद्र जैन ने कहा, "52 में से सिर्फ एक को ही हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा बाकी 51 को थोड़ी देर की मॉनिटरिंग के बाद छुट्टी दे दी गई थी. जिस हेल्थकेयर वर्कर को एडमिट कराया गया है उनकी उम्र 22 साल है और वह एम्स में सिक्योरिटी में काम करते हैं. शनिवार रात तक वह हॉस्पिटल में ही थे, उन्हें ICU में भर्ती कराया गया था."


वैक्सीन को लेकर घबराने वाली बात नहीं है- सत्येंद्र जैन


क्या वैक्सीनेशन को लेकर दोबार विचार करना चाहिये इस सवाल के जवाब में सत्येंद्र जैन ने कहा कि, "वैक्सीनेशन पर सब कुछ जैसा एक्सपर्ट्स ने बताया है उसी हिसाब से किया जा रहा है. केंद्र सरकार ने जो भी परमिशन दी है वो पूरी जांच के बाद ही दी है इस पर घबराने वाली बात नहीं है."


दरअसल दिल्ली में कल की वैक्सीनेशन ड्राइव के बाद साइड इफ़ेक्ट के कुल 52 मामले सामने आये थे. 51 माइनर मामलों में से 11 मामले साउथ डिस्ट्रिक्ट, 11 मामले साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट, 6 मामले ईस्ट, 6 मामले वेस्ट, 5 मामले साउथ ईस्ट, 5 मामले नई दिल्ली, 4 मामले नार्थ वेस्ट, 2 मामले सेंट्रल और 1 मामला नार्थ डिस्ट्रिक्ट में सामने आया है. वहीं 1 गंभीर मामला साउथ डिस्ट्रिक्ट में एम्स अस्पताल में सामने आया है.


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