Saurabh Bhardwaj on BJP-RSS: आम आदमी पार्टी (आप) नेता और दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बीच चल रही तनातनी को ध्यान भटकाने का जरिया बताया है. भारद्वाज का कहना है कि दोनों ही दल एक हैं. आरएसएस लोकसभा चुनाव में हार के बाद अपनी नाक बचाने के लिए बीजेपी पर हमला कर रहा है. उन्होंने कहा कि पहले ये लोग बीजेपी को जीताकर संविधान बदलना चाह रहे थे. 


दरअसल, आरएसएस और बीजेपी के बीच तनाव बढ़ गया है. आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा है कि भगवान राम की पूजा करने वाली पार्टी अहंकारी हो गई. 2024 में वह सबसे बड़ी पार्टी भले ही बन गई, लेकिन भगवान राम ने उसके अहंकार की वजह से उसे सत्ता से दूर कर दिया. बीजेपी 240 सीटें जीतकर लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. इंद्रेश ने बीजेपी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा उसकी तरफ ही था. 


क्यों बीजेपी पर हमलावर है संघ?


सौरभ भारद्वाज ने कहा, "मुझे लगता है कि आरएसएस को अपने बारे में गलतफहमी हो गई है. उनको लगने लगा है कि वह यहां पर ऐसी शक्ति हैं, जो सभी दलों को ज्ञान दे सकते हैं. चुनाव से पहले ये लोग कहां थे. चुनाव से पहले ये बात क्यों नहीं कही गई, क्योंकि उस वक्त इन्होंने एड़ी चोटी का जोर लगाया कि किसी तरह से बीजेपी को जिताकर संविधान बदल दें. मगर जब किरकिरी हो गई तो आरएसएस का पूरा एजेंडा देश के सामने आ गया."


उन्होंने आगे कहा, "आरएसएस अब अपनी नाक बचाने के लिए बीजेपी पर हमला कर रही है. मैं देश को बताना चाहता हूं कि आरएसएस और बीजेपी एक ही हैं. यह ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है. यह लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए किया जा रहा है. अगर इनकी मंशा साफ होती तो इनके साथ भगवान राम होते. ये बयान चुनाव से पहले देते ताकि लोगों की आंखें खुल सकती थीं. अब सब ढकोसला है."


उन्होंने कहा कि  यह सब लोग भारतीय जनता पार्टी के साथ चुनाव में थे. विश्व हिंदू परिषद के बड़े-बड़े नेता बीजेपी के कैंडिडेट के लिए प्रचार कर रहे थे. अब क्योंकि बीजेपी हार गई है, इसलिए अपनी नाक कटने से बचाना चाह रहे हैं.


अयोध्या में कम हुए पर्यटकों पर क्या कहा?


आप नेता ने अयोध्या में कम हुए पर्यटकों को लेकर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि इसकी वजह गर्मी है, न कि बीजेपी की चुनावी हार. कहा जा रहा है कि बीजेपी की हार के बाद अयोध्या में पर्यटकों की संख्या कम हो गई है. उन्होंने कहा, "इतनी गर्मी में जब 47 डिग्री तापमान है तो ऐसे में पर्यटक ज्यादातर ठंडी जगह पर जाते हैं. अभी लोग मनाली, उत्तराखंड, हिमाचल की तरफ ज्यादा जा रहे हैं. जब ठंडा मौसम हो जाएगा तो लोग उत्तर भारत की तरफ जाएंगे."


उन्होंने कहा, "भगवान राम के प्रति लोगों के मन में श्रद्धा हमेशा से रही है. 1 हजार साल पहले भी थी. बीजेपी तो 25 साल पहले बनी है. बीजेपी जब खत्म हो जाएगी तब भी भगवान राम के प्रति देश में श्रद्धा रहेगी. ये कहना गलत होगा कि बीजेपी की हार की वजह से लोग नाराज हैं."


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