Savitribai Phule: शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का एक प्रतिनिधिमंडल मुंबई पुलिस कमिश्नर विवेक फनसालकर से दो वेबसाइट के खिलाफ पर कारवाई की मांग को लेकर बुधवार (31 मई) को मिला. एनसीपी ने आरोप लगाया कि समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले के खिलाफ इन वेबसाइट ने आपत्तिजनक लेख प्रकाशित किए हैं. इस प्रतिनिधिमंडल में एनसीपी नेता नेता विपक्ष अजित पवार, छगन भुजबल और एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे.
एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि जानी मानी समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले के खिलाफ इन वेबसाइट ने अपमानजनक लेख छापे. उन्होंने कहा, ''सावित्रीबाई फुले को लेकर जो लेख प्रकाशित किया गया है. इसमें लिखा गया है कि सावित्रीबाई फुले के स्कूल से लड़कियां पुणे के कैंटोनमेंट (फौज रहा) करती थी में भेजी जाती थी. वेबसाइट की तरफ से किया गया ये दावा गलत है.''
मुंबई पुलिस कमिश्वर को लिखा लेटक
छगन भुजबल ने बताया कि पूरे मामले में मुंबई पुलिस कमिश्वर विवेक फनसालकर को एक लेटर लिखा है. इसमें बताया है कि सरयू ट्रस्ट के माध्यम से यह सब हो रहा है. (सरयू ट्रस्ट नाम की संस्था ही वेबसाइट चला रहा है).
सावित्रीबाई फुले और महात्मा फुले के लड़कियों के लिए खोले गए स्कूल को इंडिक टेल्स और हिंदू पोस्ट ने तत्कालीन ब्रिटिश स्कूल कैंटोनमेंट से जोड़ दिया. दावा किया कि कुछ लड़कियों को ब्रिटिशर्स के सेवा के लिए भेजा जाता था. इस कारण उनके स्कूल को ब्रिटिश सरकार की तरफ से मदद दी जाती थी.
सरकार ने क्या कहा?
समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले को लेकर वेबसाइट इंडिक टेल्स के अपमानजनक लेख प्रकाशित करने के मामले में एनसीपी ने कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने वेबसाइट इंडिक टेल्स पर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं.
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