Sawan 2023: कांवड़ियों की सुविधा के लिए दिल्ली सरकार ने उठाए कदम, लगाए जा रहे हैं करीब 200 कांवड़ शिविर
Kanwar Camps In Delhi: सावन महीने की शुरुआत मंगलवार (04 जुलाई) को हो गई. ऐसे में दिल्ली की केजरीवाल सरकार की ओर से सभी कांवड़ियों के लिए विशेष इंतजाम हो रहे हैं.
Delhi Kanwar Camps: दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार शिवभक्त कांवड़ियों की सुविधाओं की जोर-शोर से तैयारियां कर रही है. इस दिशा में दिल्ली भर में लगभग 200 कांवड़ शिविर लगाए जा रहे हैं और पूर्वी दिल्ली, उत्तरी-पूर्वी दिल्ली और शाहदरा जिले में कांवड़ियों के एंट्री पॉइंट बनाए गए हैं. इन तीनों जिलों में 85 शिविर लगाए जा रहे हैं.
कांवड़ियों को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े, इस बाबत जानकारी देते हुए राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर दिल्ली भर में कांवड़ियों की सुविधाओं के लिए कांवड़ कैंप लगाए जा रहे हैं, जहां उनके लिए हर जरुरी सुविधाएं भी सुनिश्चित की जाएंगी.
कांवड़ियों के लिए शिविर में रहेंगी ये सुविधाएं
कांवड़ियों के लिए शिविर में वाटर प्रूफ टेंट, फर्नीचर, शौचालय, पानी, मेडिकल सहित अन्य जरुरी सुविधाएं मौजूद होंगी. मंत्री ने बताया कि इस बाबत सभी जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए हर जरुरी कदम सुनिश्चित किए जाएं.
बता दें कि सावन महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार से जल लेने जाते हैं. ऐसे में दिल्ली सरकार राजधानी में जगह-जगह कांवड़ शिविर लगाती है. जहां कांवड़ियों के रुकने और आराम करने के लिए हर जरुरी सुविधाएं मुहैया करवाई जाती हैं. इस साल भी केजरीवाल सरकार, दिल्ली में कांवड़ियों की सुविधा के लिए लगभग 200 कांवड़ शिविर लगवा रही है, जो पिछले साल की तुलना में 2 दर्जन अधिक है.
राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि सावन के इस पवित्र महीने में केजरीवाल सरकार शिवभक्त कांवड़ियों की सेवा, सुविधा और सुरक्षा के लिए सरकार हर जरुरी इंतजाम कर रही है. सभी जिला प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए है ताकि कांवड़ियों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े. उन्होंने कहा कि पूर्वी दिल्ली, उत्तरी पूर्वी दिल्ली व शहादरा जिलें दिल्ली में कांवड़ियों के एंट्री-एग्जिट पॉइंट है.
स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का रखा गया ध्यान
उन्होंने कहा कि इन जगहों पर सबसे ज्यादा 85 शिविर लगाए जा रहे हैं ताकि बड़ी संख्या में कांवड़ियों के आने बाद भी भीड़ का आसानी से प्रबंधन हो सके. कांवड़ियों की सुविधाओं के लिए स्थानीय डिस्पेंसरियों को शिविरों से जोड़ा गया है. किसी भी आपात स्थिति के लिए कैट्स एंबुलेंस को जोड़ा गया है. अस्पतालों को कांवड़िये के इलाज के लिए विशेष प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं.
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