खेतड़ी: अदालत में कई मामले ऐसे आ जाते हैं जो अक्सर चर्चा का विषय बन जाते हैं. उनको निपटाने के लिए समय-समय पर लोक अदालत लगाई जाती हैं. हमने अक्सर कोर्ट में पैसों के हेर-फेर या पैसों के फ्रॉड को लेकर मुकदमे चलते देखे हैं, लेकिन शनिवार को राजस्थान के झुंझुनू के खेतड़ी लोक अदालत में एक अजीबोगरीब मामला आया जो पूरे दिन चर्चा का विषय बना रहा.


दरअसल, खेतड़ी के रहने वाले जितेंद्र कुमार का एसबीआई बैंक में जनधन खाता खुला हुआ है. खाते में वर्तमान में 124 रूपये जमा भी हैं लेकिन फिर भी बैंककर्मियों ने गुरुवार रात 11 बजे जितेंद्र के घर पहुंचकर 50 पैसे बकाया होने का नोटिस थमा दिया. जितेंद्र कुमार ने बताया कि नोटिस में लिखा हुआ था कि शनिवार को लोक अदालत में पहुंचकर 50 पैसे जमा करवाएं अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.


जितेंद्र की रीढ़ की हड्डी में दिक्कत होने के कारण उनके पिता विनोद सिंह खेतड़ी लोक अदालत पहुंचे. 50 पैसे का नोटिस का मामला देखकर अदालत में आसपास के ग्रामीण और वकीलों की भीड़ में जमा हो गई और बैंक अधिकारी बिना पैसे जमा किए ही मौके से कुर्सी छोड़ कर चले गए. जितेंद्र के पिता विनोद सिंह ने बताया कि मैं सुबह से 50 पैसे जमा कराने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहा हूं लेकिन बैंक के अधिकारी पैसे जमा करने से मना कर रहे हैं.


वहीं जितेंद्र के वकील विक्रम सिंह का कहना है कि मेरे क्लाइंट के पास 50 पैसे जमा करवाने का नोटिस एसबीआई बैंक अधिकारियों ने दिया था. जब लोक अदालत में मेरे क्लाइंट 50 पैसे जमा करवाकर एनओसी लेने पहुंचे तो अधिकारियों ने पैसे जमा करने से मना कर दिया और उन्हें एनओसी भी नहीं दी. अब बैंक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और मानहानि का दावा पेश किया जाएगा.


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