नई दिल्ली: देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) अपने कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति यानी वॉलंटरी रिटायरमेंट की नई स्कीम लाने जा रहा है. इस स्कीम के तहत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के 30,190 कर्मचारी और अधिकारी वीआरएस का विकल्प ले सकेंगे. इस स्कीम को 'Second Innings Tap-Voluntary Retirement Scheme-2020 (SITVRS-2020) नाम दिया गया है.


स्कीम के तहत ऐसे कर्मचारियों पर फोकस किया जाएगा जिनको लगातार 3 या इससे ज्यादा प्रमोशन नहीं मिल पाए हैं. यह स्कीम 1 दिसंबर से लागू होगी और फरवरी अंत तक खुली रहेगी. इस बीच जो कर्मचारी VRS के लिए आवेदन करना चाहेंगे, वो कर सकेंगे. फिलहाल, इस VRS स्कीम का खाखा तैयार हो चुका है और इसे जल्द ही बोर्ड की मंजूरी के लिए बोर्ड में पेश किया जाएगा.


किसको होगा फायदा
सूत्रों के मुताबिक, इस स्कीम का लाभ वह कर्मचारी ले सकते हैं जिनकी उम्र 55 साल पूरी हो गई हो या नौकरी में उनके 25 साल पूरे हो गए हो. इसके अलावा इस स्कीम का लाभ वह कर्मचारी भी ले सकते हैं जिन को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हैं या फिर जिन्हें एक जगह से दूसरी जगह जाने में दिक्कतें हो. हालांकि, जो कर्मचारी बैंक से VRS लेते हैं, वो 2 साल बाद बैंक से फिर से किसी रूप में जुड़ सकते हैं.


क्या होगा फायदा
जो कर्मचारी इस स्कीम का फायदा लेते हैं, उन्हें बचे हुए कार्यकाल की 50% सैलरी मिलेगी. हालांकि, ये सैलरी 18 महीनों की मौजूदा सैलरी से ज्यादा नहीं हो सकती है. यानी, कर्मचारियों को अधिकतम 18 महीनों की सैलरी मिलेगी. नियमों के मुताबिक, ग्रेच्युटी और पीएफ का पैसा भी कर्मचारियों को मिलेगा. इसके अतिरिक्त, पेंशन और लीव एनकेशमेंट भी कर्मचारियों को मिलेगा. बैंक नियमों के मुताबिक, कर्मचारियों को कॉन्सेशनल रेट पर हाउसिंग लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन का फायदा भी मिलेगा.


बैंक को फायदा
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अनुमान के मुताबिक इस नई वीआरएस स्कीम के तहत 11,565 अधिकारी और 18,625 कर्मचारी हिस्सा लेने के लिए योग्य हैं. अगर सभी कर्मचारी इस स्कीम के तहत आवेदन करते हैं तो बैंक को 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा की बचत होगी.


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