'मैं CJI हूं... मुझे 500 रुपये भेज सकते हो...', डीवाई चंद्रचूड़ बनकर भेजा मैसेज
Cyber Crime News: जालसाज ने कॉलेजियम मीटिंग में भाग लेने के लिए कैब लेने की बात कहते हुए एक शख्स से 500 रुपये मांगे. ठग ने वादा किया कि वह सुप्रीम कोर्ट पहुंचने पर पैसे वापस कर देगा.
Supreme Court Filed Cyber Crime Complaint: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार (27 अगस्त 2024) को दिल्ली पुलिस में एक सोशल मीडिया हैंडल के खिलाफ साइबर क्राइम की कंप्लेंट दर्ज कराई है. शिकायत में बताया गया है कि ठग ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ का नाम लेकर कैब के किराए के लिए रुपये मांगे.
यह शिकायत तब दर्ज कराई गी है, जब सीजेआई चंद्रचूड़ ने रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक संदेश के स्क्रीनशॉट पर ध्यान दिया. इसके बाद, सुप्रीम कोर्ट के सिक्योरिटी डिपार्टमेंट ने इसका संज्ञान लेते हुए साइबर क्राइम सेल में एफआईआर दर्ज कराई.
कनॉट प्लेस में फंसे होने की कही बात
पोस्ट में दिख रहे शख्स ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अपना नाम डीवाई चंद्रचूड़ लिखा है और खुद को सुप्रीम कोर्ट का जज बताया है. उसने डिस्प्ले इमेज में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की फोटो लगा रखी है. इस पोस्ट में दिख रहा है कि जालसाज ने कॉलेजियम मीटिंग में भाग लेने के लिए कैब लेने की बात कहते हुए कैलाश मेघवाल नाम के एक एक्स यूजर से ₹500 मांगे. ठग ने मेघवाल से यह भी वादा किया कि वह सुप्रीम कोर्ट पहुंचने पर पैसे वापस कर देगा. खुद को सीजेआई बताने वाला पोस्ट में कह रहा है कि वह दिल्ली के कनॉट प्लेस (सीपी) में फंसा हुआ है.
ठग ने इस तरह मांगे रुपये
ठग के पूरे पोस्ट को देखें तो इसमें लिखा है, “नमस्ते, मैं CJI हूं और कॉलेजियम की ज़रूरी मीटिंग है और मैं कनॉट प्लेस में फंसा हुआ हूं, क्या आप मुझे कैब के लिए 500 रुपये भेज सकते हैं?” टेक्स्ट को असल दिखाने के लिए, धोखेबाज़ ने मैसेज के अंत में “sent from iPad” भी लिखा है.
क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर बनकर भी हुई थी ठगी
बता दें कि इस साल मार्च में एक अन्य घटना में, 42 वर्षीय एक व्यक्ति को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर बनकर दिल्ली की अदालतों के ज़रिए नीलाम की गई लग्जरी कारों और महंगे सेलफोन को सस्ते दामों पर बेचने का झांसा देकर दो लोगों से ₹4 लाख ठगने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था.
ये भी पढ़ें
कांग्रेस के साथ नेशनल कॉन्फ्रेंस का गठबंधन; जम्मू-कश्मीर में 'वजीर-ए-आजम' का दौर वापस लाने का वादा!