Karnataka Boy Death: कर्नाटक में भगत सिंह (Bhagat Singh) का किरदार निभाने के लिए प्रैक्टिस कर रहे 12 साल के छात्र की गले में फंदा फंसने से मौत हो गई. मृतक की पहचान एसएलवी स्कूल के सातवीं कक्षा के छात्र संजय गौड़ा के रूप में हुई है. वह पिछले कुछ दिनों से नाटक में शहीद भगत सिंह की भूमिका के लिए अभ्यास कर रहा था. छात्र को अपने स्कूल में कन्नड़ राज्योत्सव दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भगत सिंह की भूमिका निभानी थी. 


शनिवार (29 अक्टूबर) की शाम जब उसके माता-पिता घर से बाहर थे तो उसने फांसी के सीन की रिहर्सल शुरू कर दी. जिसके लिए उसने पंखे से बंधी रस्सी का इस्तेमाल किया. उसने एक काला हुड भी पहना था और रस्सी के दूसरे छोर को अपने गले में डाल लिया. दुर्भाग्य से फंदा कड़ा हो गया जिसके बाद संजय की मौत हो गई. 


माता-पिता ने पंखे से लटका पाया


पुलिस ने कहा कि संजय के माता-पिता जब रात को घर पहुंचे तो उन्होंने बच्चे को पंखे से लटकता पाया. वे तुरंत उसे पास के अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. इस मामले पर स्कूल के प्रिंसिपल कोट्टूरेश केटी ने कहा कि संजय गौड़ा एक मेधावी छात्र था, जो कक्षा और अन्य एक्टिविटिज में प्रथम स्थान पर रहता था. उसके निधन से पूरे स्कूल में शोक व्याप्त है. 


नहीं दिया था भगत सिंह का रोल- स्कूल प्रिंसिपल 


स्कूल प्रिंसिपल ने कहा कि राज्योत्सव दिवस पर कार्यक्रम को लेकर हमने सभी बच्चों के माता-पिता से अनुरोध किया कि वे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए अपने बच्चों की रुचि के बारे में शिक्षकों को सूचित करें. ये कार्यक्रम कन्नड़ और संस्कृति से संबंधित है और भगत सिंह की थीम इसका हिस्सा नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि स्कूल की ओर से संजय को कोई भूमिका नहीं सौंपी गई थी और छात्र ने भगत सिंह की भूमिका का अभ्यास खुद किया होगा. 


बच्चे के पिता ने क्या कहा?


संजय के पिता नागराज ने कहा कि मेरा बेटा पढ़ाई के साथ-साथ पाठ्येतर गतिविधियों में भी सक्रिय था. उसे स्कूल की तरफ से भगत सिंह की भूमिका निभाने के लिए कहा गया था और संजय ने खुद पोशाक व अन्य आवश्यक चीजों की व्यवस्था की थी.


उन्होंने कहा कि मैं और मेरी पत्नी डीसी कार्यालय के पास एक चाय की दुकान चलाते हैं और वह हर दिन वहां आता था, लेकिन शनिवार को वो दुकान पर नहीं आया. हम रात 8 बजे तक घर गए और उसे छत के पंखे से लटका पाया. हम उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां कुछ देर तक उसका इलाज किया गया और बाद में उसे मृत घोषित कर दिया गया. चित्रदुर्ग एक्सटेंशन पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.


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