कोरोना के कारण JK में स्कूल बंद, कॉलेज-कोचिंग सेंटर में पॉजिटिव आ रहे बच्चे
प्रशासन का कहना है कि कोचिंग सेंटर और कॉलेज के लिए पहले से जारी कोविड SOP का सख्ती से पालन हो रहा है, जिनमें सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के साथ हर दो हफ्तों में रैंडम टेस्ट किया जा रहा है.
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. वहीं जम्मू कश्मीर में भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. हालांकि जम्मू-कश्मीर प्रशासन के कुछ फैसले सवालों के घेरे में आ गए हैं. कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद अप्रैल महीने की शुरुआत में सरकार ने 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल बंद करने की घोषणा कर दी लेकिन कॉलेज और निजी कोचिंग सेंटर को खुला रखा गया और अब यही सेंटर और कॉलेज बच्चों के कोरोना हॉटस्पॉट बन रहे हैं.
गुरुवार को श्रीनगर के बागात इलाके में चल रहे एक निजी कोचिंग सेंटर में 9 बच्चों के कोरोना संक्रमित आने के बाद इस को बंद करने का फैसला लिया गया. इससे पहले इसी इलाके में चल रहे तीन अन्य कोचिंग सेंटर में रैंडम टेस्टिंग के दौरान 35 से ज्यादा बच्चों और स्टाफ को कोरोना संक्रमित पाया गया लेकिन प्रशासन इसके बाद भी कोचिंग सेंटर और कॉलेज को बंद करने पर आना-कानी कर रहा है.
प्रशासन का कहना है कि कोचिंग सेंटर और कॉलेज के लिए पहले से जारी कोविड SOP का सख्ती से पालन हो रहा है, जिनमें सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के साथ हर दो हफ्तों में रैंडम टेस्ट किया जा रहा है. जिससे कोरोना के फैलने को रोका जा सके. अकेले श्रीनगर में 200 के करीब छोटे-बड़े कोचिंग सेंटर चल रहे हैं. जहां पर सैंकड़ों की संख्या में बच्चे आ रहे हैं.
कोचिंग सेंटर को चलाने वाले संचालकों का कहना है कि कोरोना के साथ ही अब जीवन गुजारना है. इसलिए कोविड एसओपी के साथ कोचिंग सेंटर चल रहे हैं. जिनमें क्लास में 50 फीसदी स्टूडेंट हैं और मास्क, सैनिटाइजर का इस्तेमाल भी हो रहा है. हालांकि इस के बावजूद भी कई जगहों पर संक्रमण के मामले सामने आए हैं. इनमें अनंतनाग के मेडिकल कॉलेज में 7 MBBS छात्र पॉजिटिव आए हैं.
कई छाए आए पॉजिटिव
इसके अलावा श्रीनगर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में 10 बी-टेक छात्रों के पॉजिटिव आने के बाद इसको माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया. श्रीनगर में कश्मीर यूनिवर्सिटी, पुलवामा में इस्लामिक यूनिवर्सिटी और गांदेरबल में सेंट्रल यूनिवर्सिटी में कोरोना के मामले सामने आने के बाद कई विभागों को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया गया है.
हालांकि इन संस्थानों को पूरी तरह से बंद करने या फिर लॉकडाउन लगाने पर प्रशासन कोई भी विचार तक नहीं कर रहा. उल्टा कश्मीर में सामान्य हालात बताते हुए कई फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है ताकी पर्यटक बड़ी संख्या में कश्मीर घूमने आएं. गुरुवार को श्रीनगर की डल झील में शिकारा रैली का आयोजन हुआ तो पिछले एक हफ्ते में कश्मीर का तुलिप गार्डन कोरोना का हॉटस्पॉट बनता दिखा.
जम्मू-कश्मीर में पिछले एक हफ्ते से लगातार कोरोना के मामलो में तेजी से देखे जा रहे हैं. हर दिन एक हजार से ज्यादा नए मामले सामने आने लगे हैं. पिछले तीन दिनों में 991, 1069 और 1086 कोरोना के नए मामले सामने आए, जिसके साथ ही कुल एक्टिव पॉजिटिव केस 9390 पहुंच गए. प्रदेश में कुल संक्रमित लोगों का आंकड़ा 141736 हो चूका है.
वहीं वैक्सीनेशन के मामले में भी बहुत ज्यादा तेजी नहीं देखी जा रही है. 15 अप्रैल तक प्रतिदिन 31 हजार लोगों को वैक्सीन दी जा रही है और पिछले तीन महीनो में प्रदेश की 1 करोड़ 30 लाख की आबादी में से केवल 14 लाख 63 हजार (1462383) लोगों को ही वैक्सीन लगाई जा सकी है. कोचिंग सेंटर मालिकों के मुताबिक अगर हालात ज्यादा बिगड़े और सरकार सेंटर को बंद करने का फैसला लेती है तो वह भी कोचिंग सेंटर बंद कर ऑनलाइन क्लास चलना शुरू करेंगे.