नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में सोमवार का दिन काला साबित हुआ. न केवल दिन बल्कि रात भी, क्योंकि उत्तर पूर्वी जिले के अधिकतर इलाके ऐसे रहे जो डर और तनाव के माहौल से ग्रस्त रहे. इतना ही नहीं अधिकतर कॉलोनियों में लोगों ने जागकर रात बिताई और अपनी गलियों के बाहर समूह में एकत्र होकर पहरेदारी भी की. वहीं रात भर दिल्ली फायर सर्विस को उत्तर पूर्वी जिले के अलग-अलग इलाकों से आगजनी की कई सारी कॉल भी मिली. फायर सर्विस सूत्रों के अनुसार रात भर में 350 से ज्यादा कॉल दिल्ली फायर सर्विस को मिली, जिसमें से लगभग 30 से 35 कॉल ऐसी थी जो आगजनी की घटना से संबंधित पाई गई. ये सभी कॉल गोकुलपुरी, भजनपुरा, मौजपुर जाफराबाद आदि इलाकों से थी. नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के सभी स्कूल आज बंद रहेंगे. हिंसा में दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल समेत पांच लोगों की जान चली गई है.
रात भर जलाई गयीं दुकानें
सोमवार दिन भर चली हिंसा के बाद रात को भी उत्तर पूर्वी जिले के अलग-अलग इलाकों का हाल बेहद ही डरावना रहा. आलम ये था कि जहां पर जो भी लोग ज्यादा संख्या में मौजूद रहे, उन्होंने कम संख्या वाले लोगों की दुकानों पर हमला किया, दुकान के शटर तोड़कर उनके सामान को बाहर निकाला और फिर आग लगा दी. ऐसी एक दो घटनाएं नहीं बल्कि कई घटनाएं रात भर में घटी. जो भी उपद्रवी ऐसी वारदातों को अंजाम दे रहे थे, वे काफी ज्यादा संख्या में थे और मीडिया तो बहुत दूर की बात है किसी आम व्यक्ति को भी मोबाइल से कुछ भी रिकॉर्ड नहीं करने दे रहे थे. इतना ही नहीं लोग आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को भी क्षतिग्रस्त करते रहे. इस तरह की घटनाएं जाफराबाद, मौजपुर, चांद बाग़, भजनपुरा, करावल नगर, जोहरीपुर आदि जगहों पर ज्यादा घटित हुई. इस दौरान उपद्रवियों ने कुछ वाहनों को भी क्षतिग्रस्त किया और उन्हें जबरन रोककर लाठी-डंडों से उन्हें तोड़ा फोड़ा गया.
पुलिस ने किया फ्लैग मार्च
सोमवार को राजधानी दिल्ली का माहौल जिस तरह बिगड़ा था उस पर काबू पाने के लिए दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों ने देर रात को भी उत्तर-पूर्वी जिले का दौरा जारी रखा. इतना ही नहीं बड़ी संख्या में पुलिस बलों को उत्तर पूर्वी जिले के प्रमुख मार्गों पर खासतौर से भेजा. जहां पर हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुई थी, वहां पर उनकी तैनाती की गई. पुलिस ने देर रात हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में फ्लैग मार्च भी किया. इतना ही नहीं एहतियात के तौर पर कई सारे मार्गों को बैरिकेड करके बंद कर दिया गया जिससे कि उपद्रवी भी किसी तरह की हिंसा न कर सके और लोगों के समूह एक दूसरे से न भिड़ें.
दिन में हुई हिंसा के दौरान पुलिस के असलहों पर भी किया हाथ साफ
पुलिस सूत्रों के अनुसार सोमवार दिन में मौजपुर, कर्दमपुरी चांद बाग़, भजनपुरा, करावल नगर आदि इलाकों में काफी ज्यादा हिंसा हुई. लोगों ने आमने-सामने आकर पथराव किया. उसके अलावा पुलिस पर भी कई जगहों पर पथराव किया गया. जिस दौरान उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों से उनके सरकारी पिस्टल भी लूट ली. सूत्रों की मानें तो 4 सरकारी पिस्टल गायब होने के मामले सामने आए हैं, इस संबंध में पुलिस जांच कर रही है.
जाफराबाद पर जारी है प्रदर्शन
सीएए के विरोध में जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे धरने पर बैठी महिलाओं का प्रदर्शन अब भी जारी है. महिलाएं रात भर प्रदर्शन में शामिल रहीं और सीएएए वापस लो के नारे लगाती रहीं. हालांकि धरना प्रदर्शन में भारी संख्या में पुरुषों का भी जमावड़ा था.
धारा 144 का नहीं दिखा कोई असर
सोमवार को हुई हिंसा और आगजनी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने सोमवार शाम को पूरे उत्तर पूर्वी जिले में धारा 144 लगाए जाने का फरमान जारी कर दिया था. लेकिन देर रात और आधी रात के बाद की बात करें तो उत्तर पूर्वी जिले के अलग-अलग इलाकों में लोग समूह के अंदर नजर आए जबकि धारा 144 के तहत 4 या 4 से ज्यादा लोग एकत्र नहीं हो सकते.
क्राइम ब्रांच के तमाम अधिकारी और कर्मचारी भी तैनात रहेंगे
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को पुलिस आयुक्त की तरफ से साफ निर्देश दिए गए हैं कि मंगलवार सुबह लगभग 7:30 बजे तक क्राइम ब्रांच का तमाम स्टाफ व अधिकारी उत्तर पूर्वी जिले में तैनात किए जाएं. सोमवार को हुई हिंसा को देखते हुए उत्तर पूर्वी जिले में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पुलिस की तैनाती करने का निर्णय लिया गया है, क्योंकि राजधानी दिल्ली में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दौरा भी है. वीआईपी मूवमेंट की वजह से कहीं न कहीं पुलिस स्टाफ की कमी भी पड़ रही है. यही कारण है कि क्राइम ब्रांच जैसी प्रोफेशनल यूनिट को लॉ एंड ऑर्डर सिचुएशन को हैंडल करने के लिए उत्तर पूर्वी जिले में तैनात किया जा रहा है.