UP और आंध्र प्रदेश समेत इन राज्यों में खुल चुके हैं स्कूल, दिल्ली-महाराष्ट्र ने नहीं दी हरी झंडी, राज्यवार जानें स्थिति
भारत सरकार ने पिछले मंगलवार को अनलॉक 6 के लिए 30 सितंबर को जारी दिशा-निर्देशों को 30 नवंबर तक के लिए बढ़ा दिया था. इसके तहत राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को चरणबद्ध तरीके से स्कूलों को दोबारा खोलने का फैसला करने की इजाज़त दी गई थी.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी से देश में हर चीज़ प्रभावित हुई है. इसका असर देश के तमाम राज्यों के स्कूलों पर भी पड़ा. महामारी के खतरे के मद्देनज़र लॉकडाउन के पहले से ही स्कूलों को बंद करना शुरू कर दिया गया था. लेकिन अब कई महीने गुज़र जाने के बाद धीरे धीरे तमाम चीज़ों की तरह स्कूलों को भी खोला जा रहा है. केंद्र सरकार ने अनलॉक की प्रक्रिया के तहत स्कूल खोलने के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं.
भारत सरकार ने पिछले मंगलवार को अनलॉक 6 के लिए 30 सितंबर को जारी दिशा-निर्देशों को 30 नवंबर तक के लिए बढ़ा दिया था. इसके तहत राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को चरणबद्ध तरीके से स्कूलों को दोबारा खोलने का फैसला करने की इजाज़त दी गई थी. हालांकि कई राज्यों ने अभी भी कोरोना के प्रसार के खतरे को देखते हुए स्कूल बंद रखने का फैसला किया है, जबकि कुछ राज्यों ने स्कूलों को शर्तों के साथ खोल दिया है.
कहां खुले और कहां अभी भी बंद हैं स्कूल?
दिल्ली: दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी के सभी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला किया है. हालांकि वर्तमान में जारी ऑनलाइन -सेमीऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी. इससे पहले दिल्ली सरकार ने 31 अक्टूबर तक सभी स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया था.
आंध्र प्रदेश: आंध्र प्रदेश सरकार ने दो नवंबर से राज्य में सभी स्कूल खोल दिए हैं. हालांकि फिलहाल सिर्फ 9वीं और 10वीं के छात्रों के लिए ही स्कूल खोले गए हैं. इसमें भी एक दिन छोड़ कर छात्र स्कूल आ सकेंगे और कक्षाएं शाम तक चलेंगी. अन्य कक्षाओं के छात्रों के लिए चरणबद्ध तरीके से स्कूल खुलेंगे.
बिहार: बिहार सरकार ने 15 अक्टूबर से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिए हैं. हालांकि स्कूल आने की सिर्फ उन्हीं छात्रों को इजाज़त दी गई है, जिनके पास अपने अभिभावक की लिखित मंज़ूरी होगी.
ओडिशा: यहां 16 नवंबर से स्कूल खोल जाएंगे. अभी फिलहाल 9वीं से 11वीं के छात्रों को ही स्कूल आने का मौका मिलेगा. बाकी तमाम शिक्षण संस्थान 30 नवंबर तक बंद रहेंगे.
गोवा: गोवा सरकार ने फिलहाल स्कूल खोले जाने का एलान नहीं किया है. मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सोमवार को कहा कि विचार विमर्श कर लिया गया है. फैसला मंगलवार या उसके अगले दिन लिया जाएगा.
तमिलनाडु: तमिलनाडु सरकार ने कोरोना गाइडलाइन्स के हिसाब से 16 नवंबर से स्कूल खोले जाने का फैसला किया है.
असम: असम में सरकार ने दो नवंबर से छठी कक्षा से 12वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिए हैं. यहां कोरोना के खतरे को कम करने के लिए सरकार ने ऑड-ईवन का तरीका अपनाया है. कक्षा 6, 8 और 12 के छात्र सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को स्कूल जा सकेंगे और 7 , 9 और 11 के छात्र बाकी बचे दिन दिनों में स्कूल जाएंगे.
उत्तर प्रदेश: यूपी में 19 अक्टूबर से स्कूल खोल दिए गए हैं. स्कूलों में सिर्फ 9वीं से लेकर 12वीं क्लास तक के बच्चों को ही आने की इजाज़ दी गई है. इसमें भी अभिभावक की लिखित मंजूरी जरूरी है. खास बात ये है कि यहां स्कूलों को दो शिफ्टों में चलाया जा रहा है.
पंजाब: यहां 19 अक्टूबर से कक्षा 9 से लेकर 12 तक के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं. हालांकि स्कूल में केवल तीन घंटे ही पढ़ाई हो रही है.
सिक्किम: सरकार ने 19 अक्टूबर से 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिए हैं. यहां हफ्ते में छह दिन पढ़ाई होगी और शनिवार को हाफ डे होगा. इसमें अभिभावक की लिखित मंजूरी जरूरी है.
महाराष्ट्र: यहां कोरोना का सबसे ज्यादा असर पड़ा है. सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में ही आए हैं. यही वजह है कि अब तक महाराष्ट्र सरकार ने स्कूल खोलने का फैसला नहीं लिया है. हालांकि रिपोर्ट्स है कि दिवाली के बाद चरणबद्ध तरीके से राज्य में स्कूल खोले जा सकते हैं.
पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल में कोरोना के असर को देखते हुए ममता बनर्जी की सरकार ने स्कूलों को 30 नवंबर तक बंद रखने का फैसला किया है.
स्कूलों को लेकर सरकार ने क्या निर्देष दिए हैं ?- सिर्फ कंटेंनमेंट जोन के बाहर के स्कूल खोले जा सकेंगे और कंटेंनमेंट जोन के बाहर रहने वाले स्टाफ और स्टूडेंट को ही स्कूल आने की इजाजत होगी. अगर आपके बच्चे का स्कूल कंटेंनमेंट जोन में है या फिर आपका घर कंटेनमेंट जोन में है तो आपके बच्चे को स्कूल जाने की इजाजत नहीं होगी.
- स्कूल आने वाले छात्रों के पास अभिभावक की लिखित अनुमति होना अनिवार्य है. छात्रों का स्कूल आना किसी भी तरह से अनिवार्य नहीं होगा, यह सिर्फ वॉलेंटियरी बेसिस पर किया जा रहा है.
- स्कूल में छात्रों, शिक्षकों और अन्य स्टाफ को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. क्लास में भी सभी तरह के नियम लागू होंगे. यह सभी नियम अन्य शिक्षण संस्थानों पर भी लागू होंगे.
- स्टूडेंट्स के बीच कम से कम 6 फीट की दूसरी होनी चाहिए. इसके अलावा फेस कवर/मास्क अनिवार्य किया गया है. फिलहाल बायोमीट्रिक अटेंडेंस नहीं होगी.
- स्कूल के अंदर भी थोड़ी-थोड़ी देर में हाथों को साबुन से धोना या सैनिटाइज करना होगा. परिसर में इधर-उधर थूकने पर पाबंदी होगी.
- गेट पर हर छात्र और स्टाफ की थर्मल स्क्रीनिंग होगी, गेट पर ही उनके हाथ भी सैनिटाइज कराए जाएंगे.
- बच्चे अपना कोई भी सामान जैसे, पेन, पेंसिल, नोटबुक या कोई अन्य सामान आपस में शेयर नहीं करेंगे.
- इसके साथ ही स्कूल के ग्राउंड में किसी भी तरह खेल या शारीरिक एक्टिविटी की मनाही है.
- स्कूल आने वाले सभी लोगों के लिए आरोग्य सेतु एप रखना अनिवार्य है. इसके साथ ही सभी स्कूलों को पल्स ऑक्सिमीटर का इंतजाम करना होगा.
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