नई दिल्ली: पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए 40 सुरक्षाबलों के परिजनों को राजस्थान के एक वैज्ञानिक ने 110 करोड़ रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है. 44 साल के मुर्तजा अली हमीद वर्तमान में मुंबई में रहते हैं और उनका पैतृक घर राजस्थान के कोटा में है.


शहीद परिजनों को इतनी बड़ी रकम देने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है. मुर्तजा ने इसके लिए पीएमओ को ईमेल किया है. सरकार की तरफ से ईमेल के जवाब में मुर्तजा को अपना प्रोफाइल भेजने को कहा गया है.


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मुर्तजा हमीद को हालांकि एक चीज के लिए सरकार से शिकायत भी है. उन्होंने कहा कि सरकार ने अगर उनके एक आविष्कार को समय रहते मान्यता दी होती तो शायद पुलवामा हमला होता ही नहीं. मुर्तजा ने 'फ्यूल बर्न रेडिएशन टेक्नोलॉजी' तकनीक का ईजाद किया था जिसकी मदद से किसी भी ऐसी गाड़ी जिसमें जीपीएस, कैमरा और अन्य तकनीकी उपकरण नहीं हैं उसका पता लगाया जा सकता है.


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मुर्तजा ने साल 2016 में इस तकनीक को फ्री में भारत सरकार को देने के लिए प्रस्ताव दिया था, लेकिन इसके लिए शुरुआती मंजूरी सरकार की तरफ से अक्टूबर 2018 में मिली. वैज्ञानिक मुर्तजा बचपन से देख नहीं सकते हैं. उनकी सफलता की कहानी लोगों के लिए प्रेरणादायी है. उन्होंने कोटा के सरकारी कॉमर्स कॉलेज से पढ़ाई की है.


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