नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी (कोविड-19) के लिए 30 से ज्यादा वैक्सीन बनने का काम अलग-अलग चरणों में जारी हैं. इनमें से कुछ वैक्सीन पर रिसर्च भारत में चल रही है. ये जानकारी वैज्ञानिकों ने पीएम मोदी को कोरोना के खिलाफ भारत की मौजूदा स्थिति की समीक्षा बैठक में दी.


पीएम मोदी ने मंगलवार को कोरोना वायरस का टीका विकसित करने के लिए बनाए गए के टास्क फोर्स की एक बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में टीके के विकास, औषधि खोज, नैदानिक जांच और परीक्षण में भारत के प्रयासों की मौजूदा स्थिति पर चर्चा हुई.


बैठक के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी किए गए एक बयान के अनुसार, भारतीय कंपनियां शुरुआती चरण में वैक्सीन बनाने की भूमिका में इनोवेटर्स के रूप में सामने आई हैं. बयान में कहा गया है कि देश में दवा विकास में तीन तरह के दृष्टिकोण लिए जा रहे हैं.


बयान में कहा गया, सबसे पहले मौजूदा दवाओं को कोरोना के इलाज के लिए तैयार करने की कोशिश की जा रही है. इस कैटेगरी में कम से कम चार दवाओं का संश्लेषण और परीक्षण किया जा रहा है. दूसरा- लैब में नई दवा पर परीक्षण किया जा रहा है. तीसरा- पौधों पर सामान्य एंटी-वायरल गुणों की जांच की जा रही है.


ये भी पढ़ें-


क्या जून-जुलाई तक आ जाएगी कोरोना वायरस की वैक्सीन? अमेरिका को इस दवा से है बड़ी उम्मीद
Coronavirus: डॉनल्ड ट्रंप ने कहा- साल के अंत तक अमेरिका के पास कोविड-19 वैक्सीन होगी