भोपालः मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ग्वालियर के पूर्व शासक सिंधिया परिवार ने प्रदेश में दो दफा कांग्रेस सरकार को सत्ता से हटाया और अब पूरा सिंधिया परिवार एक ही पार्टी बीजेपी में है. जनता में राजमाता के नाम से प्रसिद्ध ग्वालियर राजवंश की विजया राजे सिंधिया की पुण्यतिथि के मौके पर प्रदेश बीजेपी कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने सोमवार को कहा, ‘‘ राजमाता ने प्रदेश में एक बार कांग्रेस की सरकार को गिराया था. राजमाता की यह देखकर खुशी होती कि अब उनके पोते (ज्योतिरादित्य सिंधिया) ने कांग्रेस की अल्पमत वाली सरकार को गिराने में मदद की और अब पूरा (सिंधिया) परिवार एक पार्टी बीजेपी में है.’’
ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायकों के इस्तीफा देने से गिरी थी कांग्रेस सरकार
इस कार्यक्रम का आयोजन बीजेपी की महिला विंग ने किया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की संस्थापकों में एक राजमाता ने मध्यप्रदेश में वर्ष 1967 में कथित जनविरोधी डीपी मिश्रा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को गिराया था.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसी साल मार्च में कांग्रेस छोड़ दी थी. इसके बाद उनके प्रति वफादार मध्यप्रदेश के 22 कांग्रेस विधायकों ने भी विधायक तथा पार्टी से इस्तीफा दे दिया, जिससे राज्य में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार अल्पमत में आकर गिर गयी. बाद में सिंधिया और उनके समर्थक भाजपा में शामिल हो गए.
कांग्रेस ने शिवराज पर साधा निशाना
उधर, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने चौहान के इस बयान को लेकर उन पर निशाना साधते हुए कहा कि निर्वाचित सरकार को गिराने में गौरव और गर्व की भावना लोकतांत्रिक मूल्यों की शर्मनाक अभिव्यक्ति है. गुप्ता ने कहा कि लोकतंत्र में जनादेश का सम्मान किया जाना चाहिए.
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