SCO Meet: ताशकंद की मीटिंग में क्या हुआ? विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताई पूरी बात, आतंकवाद का भी छिड़ा जिक्र
SCO Meeting Big Update: विदेश मंत्री ने बताया कि मीटिंग के दौरान हमने इस बात पर प्रकाश डाला कि कोविड महामारी और यूक्रेन संघर्ष से व्यवधानों के कारण दुनिया ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रही है.
SCO Foreign Ministers’ Meeting Update: विदेश मंत्री एस जयशंकर (EAM S Jaishankar) ने आज समरकंद में एससीओ शिखर सम्मेलन (Samarkand Shikhar Sammelan) में हिस्सा लिया. मीटिग के बाद एस जयशंकर ने बताया कि विदेश मंत्रियों की आज की बैठक बहुत उपयोगी रही. विदेश मंत्री (EAM) ने ये भी बताया कि आज सुबह एससीओ सहयोगियों के साथ उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव से मुलाकात करते हुए खुशी हुई.
विदेश मंत्री बोले कि समरकंद शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए भारत पूरा सहयोग देगा. एससीओ से इतर किर्गिस्तान के विदेश मंत्री जीनबेक कुलुबेव के साथ अच्छी बातचीत हुई. राजनीतिक, विकास सहयोग, शिक्षा, कनेक्टिविटी और फार्मा में हमारी द्विपक्षीय साझेदारी पर भी बातचीत की. उन्होंने बताया कि ताशकंद में मीटिंग के दौरान हमने इस बात पर प्रकाश डाला कि कोविड महामारी और यूक्रेन संघर्ष से व्यवधानों के कारण दुनिया ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रही है. इस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है.
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आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस
विदेश मंत्री ने कहा कि इसके लिए आवश्यक प्रतिक्रिया में लचीलापन लाने के साथ ही विविध सप्लाई चेन के साथ-साथ बहुपक्षवाद पर ध्यान दिया जाना चाहिए. आतंकवाद के प्रत्येक रूप के खिलाफ जीरो टॉलरेंस जरूरी है. विदेश मंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान पर भारत की स्थिति को एक बार फिर से दोहराया और हमारे मानवीय समर्थन पर प्रकाश डाला. हम गेहूं, दवाएं, टीके और कपड़े की मदद दे रहे हैं. एससीओ के आर्थिक भविष्य के लिए चाबहार बंदरगाह की क्षमता को भी इस दौरान रेखांकित किया.
विदेश मंत्री ने ये भी बताया कि स्टार्टअप्स और इनोवेशन की प्रासंगिकता पर बल देते हुए भारत में आर्थिक प्रगति पर भी हमने बात की. पारंपरिक चिकित्सा में सहयोग एससीओ सदस्यों के सामान्य हित में है. शंघाई सहयोग संगठन विदेश मंत्रियों की बैठक में चीन और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों से एस जयशंकर नहीं मिले. भारतीय विदेश मंत्री ने मेज़बान उज़्बेकिस्तान और किर्गीज़स्तान, ताजिकिस्तान के विदेश मंत्री से मुलाकात की.
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