SCO Annual Meeting: भारत में आत्मघाती हमले की साजिश रचने वाले आईएस आतंकी के मॉस्को में गिफ्तार किए जाने पर भारत ने रूस का आभार प्रकट किया है. बुधवार को रक्षा मंत्री (Ddefence Ministers) राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने ताशकंद में खुद रूस के रक्षा मंत्री को इस बात के लिए धन्यवाद दिया.  उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) में शंघाई कॉपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) के रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन में हिस्सा लेने ताशकंद गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूस के रक्षा मंत्री सर्जेई शोइगु से मुलाकात के दौरान रूस की प्रशंसा करते हुए आतंकवादी की गिरफ्तारी पर धन्यवाद प्रकट किया. रूस भी एससीओ संगठन का सक्रिए सदस्य है और यही वजह हा कि शोइगु भी ताशंकद में मौजूद हैं. 


दो दिन पहले ही मॉस्को में रूस की सुरक्षा एजेंसियों ने उजबेकिस्तान के रहने वाले एक आईएस आतंकी को गिरफ्तार किया था. ये आतंकी टर्की के रास्ते भारत आने की फिराक में था. भारत आकर ये आतंकी सुसाइड अटैक के जरिए सत्ताधारी पार्टी के एक प्रतिनिधि की हत्या करने की साजिश रच रहा था. एससीओ सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन को बाद में संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद चाहे किसी भी प्रकार का हो उसे पूरी तरह से उखाड़ फेंकने की जरूरत है. 


आतंकवाद को उखाड़ फेंकने का आह्वान
राजनाथ सिंह ने एससीओ सदस्य-देशों को आतंकवाद से मिलकर लड़ने का आह्वान किया. रक्षा मंत्री ने कहा कि आतंकवाद चाहे सीमा-पास से आया हो या फिर किसी भी उद्देश्य से किया जा रहा हो वो मानवता के खिलाफ एक बड़ा अपराध है. राजनाथ सिंह ने आतंकवाद को वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती बताया. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत पूरी तरह से आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार है ताकि पूरे एससीओ-क्षेत्र में शांति और स्थिरता स्थापित की जा सके.


यूक्रेन के हालात पर राजनाथ सिंह ने जताई चिंता
अफगानिस्तान का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अफगान-सीमा किसी भी तरह आतंकी गतिविधियों के लिए लॉन्च-पैड की तरह इस्तेमाल नहीं की जानी चाहिए. उन्होनें एक शांत, सुरक्षित और स्थिर अफगानिस्तान बनाने में  भारत के सहयोग की बात भी कही. राजनाथ सिंह ने यूक्रेन के हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि भारत रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत का समर्थन करते हुए संकट का हल चाहता है. राजनाथ सिंह ने यूक्रेन और उसके आसपास के इलाकों में मानवीय-त्रासदी को लेकर भी चिंता जताई.


चीन के रक्षामंत्री इस बार SCO की बैठक में नहीं आए
एससीओ संगठन (SCO Organization) में भारत (India), रूस (Russia), चीन (China), पाकिस्तान (Pakistan), उजबेकिस्तान (Uzbekistan), कजाकिस्तान, किर्गिस्तान और बेलारूस सहित कुल आठ सदस्य देश हैं. खास बात ये है कि एससीओ सम्मलेन में इस साल चीन के रक्षा मंत्री वाई फेंगई शामिल नहीं हुए. उनकी जगह चीन की एक महिला प्रतिनिधि शामिल हुईं. इस साल एससीओ संगठन का अध्यक्ष उजबेकिस्तान (Uzbekistan) है. यही वजह है कि रक्षा मंत्रियों का सम्मलेन (Defense Ministers Conference) उजबेकिस्तान की राजधानी, ताशकंद में हो रहा है. अगले साल एससीओ संगठन का अध्यक्ष भारत होगा. यही वजह है कि राजनाथ सिंह ने सभी सदस्य-देशों के रक्षा मंत्रियों को भारत आने का न्यौता भी दिया.


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