PM Modi on Afghanistan: अफगानिस्तान की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि अगर अस्थिरता और कट्टरवाद कायम रहता है, तो यह पूरी दुनिया में आतंकवादी और चरमपंथी विचारधाराओं को प्रोत्साहित करेगा. अन्य उग्रवादी समूहों को हिंसा के माध्यम से सत्ता पाने का प्रोत्साहन भी मिल सकता है.
पीएम मोदी ने ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की वार्षिक शिखर बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ''अफगानिस्तान में सत्ता परिवर्तन समावेशी नहीं है और बिना बातचीत के हुआ है.''
पीएम मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान के घटनाक्रम से मादक पदार्थ, अवैध हथियारों का अनियंत्रित प्रवाह और मानव तस्करी की घटनाएं बढ़ सकती हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मानवीय सहायता अफगानिस्तान तक निर्बाध रूप से पहुंचे.
पीएम मोदी ने कहा, ''अफ़ग़ानिस्तान में हाल के घटनाक्रम का सबसे अधिक प्रभाव हम जैसे पड़ोसी देशों पर होगा. और इसलिए, इस मुद्दे पर क्षेत्रीय फोकस और सहयोग आवश्यक है.''
पीएम ने कहा कि विकास और मानवीय सहायता के लिए भारत बहुत वर्षों से अफ़ग़ानिस्तान का विश्वस्त पार्टनर रहा है. इंफ्रास्टक्चर से ले कर शिक्षा, सेहत और कैप्सटी ब्लिडिंग तक हर सेक्टर में, और अफ़ग़ानिस्तान के हर भाग में, हमने अपना योगदान दिया है.
पीएम ने कहा, ''आज भी हम अपने अफ़ग़ान मित्रों तक खाद्य सामग्री, दवाइयां आदि पहुंचाने के लिए इच्छुक हैं. हम सभी को मिल कर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अफ़ग़ानिस्तान तक मानवीय सहायता निर्बद्ध तरीके से पहुँच सके.''
बता दें कि पिछले महीने 15 अगस्त को तालिबान ने पंजशीर को छोड़कर पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था. इसके बाद तालिबान ने सात सितंबर को सरकार बनाने का एलान किया. तालिबान के कब्जे के बाद हजारों-हजार की संख्या में लोग अफगानिस्तान छोड़ चुके हैं. अफगानिस्तान के सामने मानवीय संकट खड़ा हो गया है.