(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
SCO सम्मेलन: पीएम मोदी ने शी जिनपिंग से मुलाकात में की पाकिस्तान की घेराबंदी, इमरान खान से नहीं की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद मुक्त वातावरण तैयार करने की जरूरत है, लेकिन फिलहाल हमें ऐसा कुछ होता नजर नहीं आ रहा है.
बिश्केक: किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में चल रहे दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन का आज दूसरा दिन है. सम्मेलन में मुख्य बैठक आज है. पीएम मोदी आज सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे. एससीओ सम्मेलन के बाद आज का दिन किर्गिज गणराज्य की यात्रा के द्विपक्षीय भाग के लिए होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रपति जीनबेकोव के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता होगी और वे किर्गिस्तान के राष्ट्रपति के साथ मिलकर भारत-किर्गिज व्यापार मंच का उद्घाटन करेंगे. पीएम मोदी ईरान के राष्टपति से भी मुलाकात करेंगे.
भारतीय समयानुसार पीएम मोदी का आज का शेड्यूल · सुबह 9.45 बजे एससीओ सदस्य देशों के प्रमुखों का ज्वाइंट फोटोग्राफ सेशन होगा · सुबह 10 से 11 बजे तक रिस्ट्रिक्टेड फॉर्मेट मीटिंग होंगी · सुबह 11.05 से 11.15 के बीच एससीओ ऑब्जर्वर देशों के प्रमुखों का प्रेसिडेंशिएल पैलेस में आगमन होगा · सुबह 11.05 से 11.25 बजे के बीच बेलारुस और मंगोलिया के राष्ट्रपति से मोदी की मुलाकात होगी · सुबह 11.30 से 1.30 बजे के तक एक्सटेंडेट फॉर्मेट मीटिंग होगी · दोपहर 1.30 से 1.40 बजे तक डॉक्यूमेंट्स पर साइनिंग होगी · दोपहर 1.45 से 1.55 बजे तक एससीओ सदस्य और ऑब्जर्वर देशों के प्रमुखों का ग्रुप फोटो होगी · दोपहर 2 से 3 बजे तक किर्गिस्तान के राष्ट्रपति जीनबेकोव द्वारा आयोजित भोज में शामिल होंगे · दोपहर 3.25 से 3.50 बजे तक होटल ओरियॉन में ईरान के राष्ट्रपति डॉ हसन रुहानी से मुलाकात होगी · शाम 4 से 4.30 बजे तक भारत-किर्गिज व्यापार मंच का उद्घाटन करेंगे.
इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से अलग-अलग मुलाकात की. शी जिनपिंग से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने पाकिस्तान में पनप रहे आतंकवाद का मुद्दा उठाया. चीन पड़ोसी देश पाकिस्तान का दोस्त रहा है.
'पहले आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई, फिर होगी बातचीत' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत आशा करता है कि बातचीत बहाल करने के लिये आतंकवाद मुक्त वातावरण तैयार करने की खातिर पाकिस्तान ‘ठोस कार्रवाई’ करेगा. विदेश सचिव विजय गोखले के अनुसार, मोदी ने राष्ट्रपति शी से कहा, ‘‘पाकिस्तान को आतंकवाद मुक्त वातावरण तैयार करने की जरूरत है, लेकिन फिलहाल हमें ऐसा कुछ होता नजर नहीं आ रहा है. हम पाकिस्तान से आशा करते हैं कि बातचीत बहाल करने के लिए वह ठोस कदम उठाएगा.’’
Building on the momentum of high-level exchanges, PM @narendramodi had a warm meeting with Chinese President Xi Jinping. Leaders discussed all aspects of enriching our bilateral relations & recognised the positive role of strategic communication in deepening our partnership. pic.twitter.com/l4OYqLSvmy
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) June 13, 2019
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुलाकात के बाद राष्ट्रपति शी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात की. खान भी एससीओ की बैठक के लिए बिश्केक में मौजूद हैं. मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद खान कश्मीर सहित अन्य मुद्दों पर बातचीत बहाल करने के लिए दो बार उन्हें चिट्ठी लिख चुके हैं.
इमरान खान ने क्या कहा? बिश्केक पहुंचे इमरान खान ने एक इंटरव्यू में कहा कि भारत के साथ उनके देश के संबंध शायद अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं. हालांकि, उन्होंने आशा जताई कि उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी कश्मीर सहित सभी मतभेदों को हल करने के लिए अपने ‘प्रचंड जनादेश’ का उपयोग करेंगे.
बिश्केक: डिनर के बाद आई मोदी-इमरान-जिनपिंग-पुतिन की तस्वीर । देखिए
उन्होंने कहा, ''पाकिस्तान किसी भी तरह की मध्यस्थता के लिए तैयार है और अपने सभी पड़ोसियों, खासतौर पर भारत के साथ शांति की उम्मीद करता है. उन्होंने कहा कि तीन छोटे युद्धों ने दोनों देशों को इस कदर नुकसान पहुंचाया कि वे अभी भी गरीबी के भंवर जाल में फंसे हुए हैं.''
पुतिन से मिले मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिश्केक में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात की और दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों के बीच रिश्तों के सभी पहलुओं की समीक्षा की. पिछले महीने भारत में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जबरदस्त जीत के बाद मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात है.
A special partner, a privileged relationship!
PM @narendramodi met with @KremlinRussia_E Vladimir Putin on the sidelines of #SCOSummit in #Bishkek. Reviewed all aspects of bilateral relations to further strengthen the strategic relationship. pic.twitter.com/Jp6LSQsmMi — Raveesh Kumar (@MEAIndia) June 13, 2019
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘विशेष साझेदार, विशेष संबंध. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बिश्केक में एससीओ सम्मेलन से इतर मुलाकात की. रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा की.’’
गनी और मोदी की हुई मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एससीओ सम्मेलन के इतर अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से मुलाकात की और युद्ध प्रभावित देश में समावेशी शांति प्रक्रिया की दिशा में भारत की ओर से निभाई जा रही भूमिका पर चर्चा की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘‘ देर रात विश्वस्त दोस्तों में मुलाकात हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से बिश्केक में एससीओ सम्मेलन के इतर मुलाकात की.’’
Late night meeting between trusted friends.
PM @narendramodi met with Afghan President @ashrafghani on sidelines of #SCOsummit in Bishkek. Shared perspectives on situation in Afghanistan, including the role played by India towards an inclusive peace process.@IndianEmbKabul pic.twitter.com/erpAmavEDy — Raveesh Kumar (@MEAIndia) June 13, 2019
इमरान खान से नहीं हुआ दुआ-सलाम कल दिन में चली मुलाकातों के बाद पीएम नरेंद्र मोदी विशेष डिनर में पहुंचे. इस डिनर में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान भी मौजूद थे. दोनों नेता एक ही टेबल पर बैठे थे, जानकारी मुताबिक, दोनों के बीच सिर्फ चार कुर्सियों का ही फासला था.
दोनों नेताओं के एक ही मेज पर होने के बावजूद दोनों के बीच ना तो किसी तरह की बातचीत हुई और ना ही हाथ मिलाया गया. जानकारी के मुताबिक दोनों नेता एक ही समय पर डिनर हॉल में दाखिल हुए. प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री इमरान खान ने दूसरे नेताओं से बातचीत की लेकिन एक दूसरे के मुखातिब नहीं हुए. डिनर के बाद दोनों सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी साथ थे मगर वहां भी कोई बात नहीं की. दरअसल, भारत की ओर से ये पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश है कि जब तक वो आतंकवाद पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता तब तक किसी भी तरह की कोई बातचीत संभव नहीं है.