नई दिल्ली: एससी-एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बदलाव के फैसले के बाद देश में दलित संगठनों की तरफ से बवाल मचा हुआ है. इस बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम में भीमराव अंबेडकर को याद करते हुए कहा कि किसी अन्य सरकार ने बीआर अंबेडकर का उस तरह सम्मान नहीं किया, जैसा हमने किया है.


पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘’बाबा साहेब जी के नाम पर सभी राजनीति करते हैं, लेकिन बाबा साहेब आंबेडकर को जितना मान सम्मान और श्रद्धांजलि हमारी सरकार ने दी है, उतना सम्मान किसी और सरकार ने कभी नहीं दिया.’’

पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘’बाबा साहेब के नाम पर राजनीति करने के बजाए बाबा साहेब ने जो हमें रास्ते दिखाएं है, उन रास्तों पर चलने के लिए सभी को प्रयास करने चाहिए.’’ बता दें कि पीएम मोदी का ये बयान ऐसे समय आया है जब इस मामले को लेकर विपक्ष लगातार पीएम मोदी पर निशाना साध रहा है. 


बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना

वहीं दो अप्रैल को देश के कई राज्यों में फैली हिंसा पर बीजेपी ने ट्वीट करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा, ‘’आज़ादी के दशकों बाद तक कांग्रेस ने कभी बाबासाहेब को सम्मान नहीं दिया. बीजेपी का बाबासाहेब के प्रति समर्पण ही है कि सरकार में आते ही बाबासाहेब के जीवनकाल के पांच स्थलों को भव्य 'पंचतीर्थ' के रूप में विकसित किया गया. इसी सच्चे समर्पण से दलित वोटों के तथाकथित ठेकेदार बौखला गए हैं.’’



क्या है पूरा मामला?

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने SC/ST उत्पीड़न की शिकायतों में तुरंत गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी. कोर्ट ने कहा था कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शिकायत की शुरुआती जांच करें. शिकायत की शुरुआती पुष्टि होने के बाद ही मामला दर्ज किया जाए. सुप्रीम कोर्ट के इसी आदेश के बाद दलितों ने दो अप्रैल को भारत बंद का एलान किया था.

दो अप्रैल को दलितों के भारत बंद आंदोलन के दौरान सैकड़ों की संख्या में भीड़ ने हिंसक प्रदर्शन किया. यूपी, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में सबसे ज्यादा हिंसा हुई. प्रदर्शनों के दौरान कई लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में मध्य प्रदेश से सबसे ज्यादा  मौतें हुई. हिंसा के बाद से मध्य प्रदेश के कई इलाकों में अभी भी कर्फ्यू जारी है.