SDG India Index: नीति आयोग की इस लिस्ट ने दी नीतीश सरकार को टेंशन, जानिए किस मामले में सबसे पीछे हुआ बिहार
Niti Aayog SDG India Index 2024: इस रिपोर्ट में शून्य गरीबी लक्ष्य के लिए ऑल इंडिया स्कोर में 8 अंकों की वृद्धि हुई है, जो अब 72 हो गया है. इसके अलावा कई और बड़े बदलाव भी पिछले 1 साल में हुए हैं.
SDG India Index 2023-24 Latest News: नीति आयोग के एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2023-24 यानी टिकाऊ विकास सूचकांक में उत्तराखंड और केरल ने टॉप स्थान हासिल किया है. नीति आयोग इस इंडेक्स की मदद से सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मानकों पर विकास का मूल्यांकन करता है. इसमें टिकाऊ विकास लक्ष्यों (SDG) को हासिल करने में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रदर्शन का आकलन किया जाता है.
इस रिपोर्ट की मानें तो कुल मिलाकर, भारत का एसडीजी स्कोर 2020-21 में 66 अंकों से बढ़कर 2023-24 में 71 अंक हो गया है, जो गरीबी उन्मूलन, आर्थिक विकास और जलवायु कार्रवाई में हुई प्रगति के आधार पर है. हर साल नीति आयोग की तरफ से यह डेटा जारी किया जाता है.
57 अंकों के साथ बिहार सबसे पीछे
एसडीजी इंडिया इंडेक्स 1 से 100 के पैमाने पर 16 लक्ष्यों में हुई प्रगति का मूल्यांकन करता है. इस बार इसने इन पैमानों के आधार पर केरल और उत्तराखंड को 79 अंकों के साथ सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों के रूप में नंबर-1 की रैंकिंग दी है, जबकि बिहार 57 अंकों के साथ सबसे पिछड़ा हुआ है.
16 लक्ष्यों में हुआ महत्वपूर्ण सुधार
नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने रिपोर्ट जारी करने के बाद कहा, "सरकार की ओर से लक्षित हस्तक्षेप ने भारत को एसडीजी के तहत निर्धारित 16 लक्ष्यों में महत्वपूर्ण सुधार हासिल करने में मदद की है." एसडीजी संयुक्त राष्ट्र की ओर से 2030 तक हासिल किए जाने वाले परस्पर जुड़े वैश्विक लक्ष्यों का एक समूह है. नवीनतम एसडीजी इंडिया इंडेक्स की यह चौथी लिस्ट है."
इनकम टैक्स पेयर्स की संख्या अचानक बढ़ी
सुब्रह्मण्यम ने कहा कि भारत में असमानता बढ़ी नहीं है, बल्कि घटी है. सबसे अमीर 10 प्रतिशत और सबसे निचले 10 प्रतिशत के बीच उपभोग के अंतर में कमी आई है. आप आयकर रिटर्न दाखिल करने वाले करदाताओं की संख्या देखें तो पिछले कुछ वर्षों में इसमें बहुत तेजी से वृद्धि हुई है. निचले टैक्स स्लैब वाले लोग ऊपरी टैक्स स्लैब में जा रहे हैं,
ऑल इंडिया स्कोर में 8 पर्सेंट की बढ़ोतरी
नवीनतम रिपोर्ट में, शून्य गरीबी लक्ष्य के लिए ऑल इंडिया स्कोर में 8 अंकों की वृद्धि दर्ज की गई जो 72 हो गया है. भारत का अधिकांश हिस्सा वास्तव में अत्यधिक गरीबी की समस्या से जूझ रहा है. भारत के अधिकांश हिस्सों में बुनियादी अस्तित्व अब कोई मुद्दा नहीं है.
बिहार के अलावा झारखंड और नगालैंड भी फिसड्डी
उत्तराखंड और केरल के बाद तमिलनाडु 78 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर और गोवा 77 पॉइंट के साथ तीसरे नंबर पर है. वहीं दूसरी तरफ बिहार (57), झारखंड (62) और नगालैंड (63) इस वर्ष के सूचकांक में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्य हैं. केंद्रशासित प्रदेशों में चंडीगढ़, जम्मू कश्मीर, पुडुचेरी, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह और दिल्ली शीर्ष पांच में शामिल किए गए हैं.
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