Sea Plane Service In Kerala: केरल में रविवार (10 नवंबर) शाम को 'डी हैविलैंड कनाडा' सीप्लेन ने कोच्चि शहर के बोल्गट्टी वॉटरड्रोम पर सफलतापूर्वक लैंड किया. इस ऐतिहासिक पल ने केरल के पर्यटन क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान की है. जानकारी के मुताबिक सोमवार यानि आज राज्य के पर्यटन मंत्री पी ए मोहम्मद रियास ने मट्टुपेट्टी के लिए 17 सीटों वाले विमान की पहली सेवा को हरी झंडी दिखाने की योजना बनाई है. विमान का ट्रायल रन पहले ही सफलतापूर्वक संपन्न किया जा चुका है.


इस सीप्लेन सेवा का उद्देश्य केरल के विभिन्न हवाई अड्डों और बैकवाटरों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करना है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (RCS)-UDAN के तहत ये परियोजना लागू की जा रही है जिसमें रियायती किराए की सुविधा भी दी जाएगी. यह सेवा यात्रियों को केरल के चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों और भीतरी इलाकों के बीच यात्रा समय में महत्वपूर्ण कमी का फायदा दिलाएगी.


वाटरड्रोम से उड़ान भरेंगे यात्री 
पर्यटन सचिव के बीजू और विमानन सचिव बीजू प्रभाकर ने सीप्लेन के स्वागत के दौरान ये जानकारी दी कि इस सेवा में छोटे विमानों का इस्तेमाल किया जाएगा जिनकी क्षमता 9, 15, 17, 20 और 30 सीटों की होगी. यात्री इन विमानों में चढ़ने के लिए पानी पर तैरने वाले वॉटरड्रोम का इस्तेमाल करेंगे. बता दें कि कनाडाई पायलट डैनियल मोंटगोमरी और रॉजर ब्रिंडगर ने पहली उड़ान को सफलतापूर्वक संचालित किया.


टूरिज्म सेक्टर में रोजगार के नए अवसर 
इस सीप्लेन सेवा के जरिए पर्यटन क्षेत्र में न केवल कनेक्टिविटी बढ़ेगी बल्कि नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. पर्यटन सचिव बीजू के अनुसार ये नई सेवा केरल के विभिन्न पर्यटन स्थलों को जोड़ने के साथ-साथ नए उद्यम स्थापित करने में भी मदद करेगी जिससे राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. ये प्रोजेक्ट स्विट्जरलैंड स्थित प्राइवेट कंपनी और स्पाइसजेट के प्रयासों से साकार हुई है जिन्होंने पहले आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में सीप्लेन सेवाओं का सफल परीक्षण किया था.


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