नई दिल्लीः भारत सरकार की तरफ से भारतीय वायुसेना के लापता AN-32 विमान के बारे में सूचना दी गई है. सरकार ने बताया है कि रूस निर्मित एएन-32 परिवहन विमान ने असम के जोरहाट से 3 जून यानी कल दोपहर 12 बजकर 27 मिनट पर अरुणाचल प्रदेश के शि-योमी जिले के मेनचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए उड़ान भरी थी. लेकिन करीब 33 मिनट बाद उसका जमीनी नियंत्रण से संपर्क टूट गया. जब विमान ने गंतव्य स्थल पर रिपोर्ट नहीं की, तो कार्रवाई शुरू की गई. इसके बाद भारतीय वायुसेना ने व्यापक खोज और बचाव अभियान शुरू किया और सी-130, एएन-32, एमआई-17 और एएलएच (भारतीय सेना) के हेलीकॉप्टरों को इसकी खोज में लगा दिया.


खोज के कार्य में लगे सभी विमान उन्नत सेंसर से लैस हैं, इसके अलावा भारतीय नौसेना पी-8 I विमान को भी आज तलाशी अभियान में शामिल किया गया है. इसरो के कार्टोसैट और रिसैट उपग्रह भी इस क्षेत्र की तस्वीरें ले रहे हैं. सूर्यास्त के बाद, हेलीकॉप्टरों की खोज आज के दिन के लिए बंद कर दी गई है. हालांकि, रात की क्षमता वाले सेंसेर्स और ग्राउंड पार्टी की खोज रात भर जारी रहेगी.


सरकार द्वारा जारी सूचना में ये भी बताया गया है कि भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, पुलिस और राज्य प्रशासन द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है. विमान में सवार सभी सवारों के परिवारों को सूचित कर दिया गया है और लापता विमान की खोज की प्रगति पर नियमित रूप से अपडेट किया जा रहा है.


भारतीय वायुसेना के विमान एएन -32 में चालक दल के आठ सदस्य और पांच यात्री सवार थे. लापाता विमान का पता लगाने के लिए वायुसेना भारतीय थलसेना के साथ-साथ विभिन्न सरकारी एजेंसियों की मदद ले रही है.


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